नई दिल्ली। मध्य प्रदेश कैडर के आईएएस नियाज़ खान ने सोशल मीडिया पोस्ट में मुस्लिम समाज की रुढ़िवादियों पर निशाना साधा। इसके साथ ही उन्होंने मुस्लिमों की बढ़ती आबादी को भी बड़ी समस्या करार दिया। नियाज़ खान ने लिखा, दुनिया में जिस तरह मुस्लिम आबादी बढ़ी है उसने बड़ी समस्या पैदा कर दी है। अफ़्रीका में तो दस-दस बच्चे हो रहे हैं। हमारे देश में भी निचले तबके में यही हाल है। जब तक मौलवी-मदरसा सिस्टम चलेगा तार्किक सोच नहीं आयेगी। केवल सही शिक्षा ही इसे नियंत्रण कर सकती है।
दुनियां में जिस तरह मुस्लिम आबादी बढ़ी है उसने बड़ी समस्या पैदा करदी है। अफ़्रीका में तो दस दस बच्चे हो रहे हैं।हमारे देश में भी निचले तबके में यही हाल है। जबतक मोलबी-मदरसा सिस्टम चलेगा तार्किक सोंच नहीं आयेगी। केवल सही शिक्षा ही इसे नियंत्रण कर सकती है। https://t.co/uh4rna7Vyg
— Niyaz Khan (@saifasa) July 18, 2024
आईएएस नियाज़ खान मध्य प्रदेश कैडर के आईएएस हैं और अपने मुखर व्यक्तित्व के लिए जाने जाते हैं। वह राज्य प्रशासनिक सेवा के अधिकारी थे और प्रमोशन के बाद वह आईएएस बने हैं। मूल रूप से छत्तीसगढ़ के रहने वाले नियाज़ खान को लेखन में खासी रुचि है। नियाज़ अब तक 7 किताबें लिख चुके हैं। दुनिया में इस्लाम की छवि सुधारने के लिए नियाज़ कुरान पर शोध भी कर रहें हैं। वो पैगम्बर मोहम्मद साहब के जीवन पर लिखी किताबों का अध्ययन कर अपनी रिसर्च बुक यूरोप से प्रकाशित करवाना चाहते हैं। नियाज खान का कहना है कि वो सभी धर्मों में आस्था रखते हैं और वे शाकाहारी हैं। अपने मुखर व्यक्तित्व के चलते नियाज़ खान अक्सर चर्चा में रहते हैं और उनका कई बार तबादला भी हो चुका है।
वैसे ऐसा पहली बार नहीं है जब नियाज़ खान ने इस तरह का पोस्ट किया है। इससे पहले भी वो ऐसा कर चुके हैं। पूर्व में किए एक पोस्ट में नियाज़ खान ने मुस्लिमों को गौरक्षा करने और शाकाहारी बनने की सलाह दी थी। उन्होंने कहा था कि मुस्लिम भाई भी गौ रक्षक बनें, धर्म परिवर्तन का विरोध करें, किसी का धर्म ना बदलवाएं। जबरन धर्म बदलवाना इस्लाम में प्रतिबंधित है। अगर शाकाहार अपना सकें तो यह एक बेहतरीन प्रयास होगा। यद्यपि शाकाहारी बनने को बाध्य नहीं किया जा सकता। हर मुस्लिम भाई ब्राह्मणों से मधुर संबंध रखें।