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Delhi: सिसोदिया के इस्तीफे के बाद कौन संभालेगा ये 18 मंत्रालय? सामने आया इस चेहरे का नाम

Delhi: वर्तमान में  दिल्ली और पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार है। इसके अलावा बीते दिनों आप ने राजस्थान में भी चुनाल लड़ने का ऐलान किया था। उधर, उत्तर प्रदेश, हरियाणा सहित कई अन्य राज्यों में भी आप राजनीतिक बिसात बिछाने की जुगत में जुटी हुई है।

नई दिल्ली। भ्रष्टाचार के आरोपों में घिरे दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया और स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन के इस्तीफे के बाद यह सवाल उठ रहे हैं कि केजरीवाल सरकार अब कैसे चलेगी? इकलौते सिसोदिया के पास एक या दो नहीं, बल्कि 18 मंत्रालयों का प्रभार था। इस माह के अंत में दिल्ली का बजट भी पेश किया जाना है। इसके अलावा जी-20 की बैठक भी होनी है। बता दें कि जी-20 की सभी तैयारियों की जिम्मेदारी वर्तमान में लोक निर्मान विभाग के पास है, जिसका प्रभार सिसोदिया के पास था, लेकिन अब उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। उधर, धनशोधन मामले में पिछले नौ महीने से सलाखों के पीछे कैद स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन का इस्तीफा भी मंजूर कर लिया गया है, जिसे दिल्ली सरकार के लिए बड़े झटके के रूप में देखा जा रहा है। उधर, दोनों ही मंत्रियों के इस्तीफे के बाद सवाल है कि आखिर सिसोदिया के पास जिन 18 मंत्रालयों की जिम्मेदारी थी। उन्हें अब कौन संभालेगा तो अब इसे लेकर बड़ी खबर सामने आई है। आइए, आगे आपको इसके बारे में विस्तार से बताते हैं।

kejriwal and manish

बताया जा रहा है कि सिसोदिया के पास मौजूद कुछ विभागों को परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत को सौंप दिया जाएगा। ध्यान दें कि कैलाश गहलोत के ऊपर भी बस खरीद में घोटाले के आरोप लगे हैं। इसके अलावा कुछ अन्य विभाग राजकुमार आनंद को दिए जा सकते हैं। वहीं, आप सरकार ने उन तमाम चर्चाओं को सिरे से खारिज कर दिया है, जिसमें कहा जा रहा है कि कुछ नए मंत्री बनाए जा सकते हैं। दिल्ली सरकार ने स्पष्ट कर दिया है कि कोई भी नया मंत्री नहीं बनाया जाएगा। बता दें कि इस माह के अंत में बजट पेश होने के अलावा कई राज्यों के विधानसभा चुनावों में भी हिस्सा लेने की योजना आम आदमी पार्टी बना रही है, लेकिन जिस तरह से आप के नेता सलाखों की हवा खा रहे हैं, उसे ध्यान में रखते हुए यह कहा जा रहा है कि आम आदमी पार्टी की योजना का पलीता लग सकता है।

बता दें कि वर्तमान में  दिल्ली और पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार है। इसके अलावा बीते दिनों आप ने राजस्थान में भी चुनाव लड़ने का ऐलान किया था। उधर, उत्तर प्रदेश, हरियाणा सहित कई अन्य राज्यों में भी आप राजनीतिक बिसात बिछाने की जुगत में जुटी हुई है। लेकिन, अपने दोनों नेताओं के सलाखों के पीछे जाने के बाद आप की सभी कोशिशों का पलीता लग चुका हैं। आपको बता दें कि बीते रविवार को नई शराब नीति में कथित घोटाले में आठ घंटे की लंबी पूछताछ के बाद सिसोदिया को गिरफ्तार कर लिया गया था। सीबीआई का आरोप है कि सिसोदिया ने मामले से जुड़े साक्ष्यों को नष्ट करने की कोशिश की है।

manish sisodia 1

जांच एजेंसी का कहना है कि डिप्टी सीएम ने मामले से जुड़े कई मोबाइल फोन को नष्ट किया है, लेकिन सिसोदिया ने जांच एजेंसी के आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि मेरे मोबाइल बदलने को आप सबूतों को नष्ट करने के रूप में नहीं देख सकते हैं। उधर, आप का आरोप है कि सिसोदिया को बीजेपी ने साजिशन फंसाने की कोशिश की है। जबकि बीजेपी का कहना है कि सिसोदिया को अपने कर्मों की सजा मिल रही है। इसमें भाजपा की कोई भूमिका नहीं है। उधर, आप का आरोप है कि सीबीआई केंद्र सरकार के इशारे पर काम कर रही है। बता दें कि नई शराब नीति में कथित भ्रष्टाचार मामले की जांच सीबीआई और ईडी कर रही है।

सिसोदिया को आठ घंटे के कड़ी पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया गया है। हालांकि, डिप्टी सीएम ने सीबीआई पूछताछ से पहले ही अपनी गिरफ्तारी की आशंका व्यक्त कर दी थी। इसके अलावा सीएम केजरीवाल ने भी एक निजी न्यूज चैनल को दिए इंटरव्यू में सिसोदिया के गिरफ्तारी की बात कह दी थी। बहरहाल  अभी  इस पूरे मसले को लेकर अभी आप और बीजेपी के बीच  जुबानी जंग जारी है। अब ऐसी स्थिति में यह पूरा माजरा आगामी दिनों में क्या रुख अख्तियार करता है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।