
नई दिल्ली। आमतौर पर चुनाव के दौरान बयानवीर सक्रिय हो जाते हैं। मुख्तलिफ मसलों पर बयान देकर कोई वोटों का ध्रवीकरण करना शुरू कर देता है, तो कोई सियासी फिजा को अपने पक्ष में करने की कोशिश में जुट जाता है। इसी बीच गुजरात में प्रथम चरण के चुनाव संपन्न होने के बाद दूसरे चरण के चुनाव से पहले प्रचार जारी है। आगामी पांच दिसंबर को दूसरे चरण के चुनाव होने हैं। उधर, चुनावी मौसम के बीच बयानवीर भी एक्शन मोड में आ चुके हैं। सभी मुख्तलिफ मसलों पर अपने बयान साझा कर रहे हैं। अब इसी बीच दूसरे चरण के चुनाव से पहले अहमदाबाद के जामा मस्जिद के शाही इमाम ने शब्बीर सिद्दीकी ने बड़ा बयान दे दिया है। उन्होंने मुस्लिमों वोटरों से बड़ी अपील कर दी है, जिसके कई मायने निकाले जा रहे हैं। आइए, आगे इसके बारे में विस्तार से जानते हैं।
दरअसल, शब्बीर सिद्दीकी ने गुजरात चुनाव से पहले मीडिया से मुखातिब होने के क्रम में मुस्लिम मतदाताओं के संदर्भ में बड़ा दिया है। उन्होंने दूसरे चरण के चुनाव से पहले मुस्लिम मतदाताओं से अपील की है कि अपने वोट ना बंटने दे। उन्होंने कहा कि वे गुजरात के विकास के लिए एक ऐसी पार्टी का चयन करना चाहेंगे, जो कि हिंदू मुस्लिमों को एक साथ लेकर चलती हो। वो किसी भी ऐसी पार्टी की तरफदारी करना मुनासिब नहीं समझते जो मात्र किसी कौम की ही पैरोकारी करते हो।
Watch | अहमदाबाद के जामा मस्जिद के इमाम बोले, ‘गुजरात में तीसरी पार्टी नहीं चलेगी, वोट बंटना नहीं चाहिए’@ShobhnaYadava | @upadhyayabhii | https://t.co/p8nVQWGCTx#GujaratAssemblyPolls #GujaratElections2022 #Ahmedabad pic.twitter.com/X5Pff0sHXE
— ABP News (@ABPNews) December 3, 2022
वहीं, उन्होंने गुजरात चुनाव में इस बार उभरते तीसरे दल के बारे में पूछे जाने पर कहा कि अभी तक प्रदेश में राजनीतिक मुकाबला द्विपक्षीय ही रहा है। लेकिन, वर्तमान में जिस तरह से तीसरा दल भी उभरता हुआ नजर आ रहा है, उसे देखते हुए मैं यह अपील मुस्लिम समुदाय से करना चाहूंगा कि वो इस बात का विशेष ध्यान रखें कि उनका वोट ना बंटे। इस दौरान उनसे तीसरे दल के रूप में ओवैसी के बारे में भी सवाल किया गया। जिस पर उन्होंने प्रत्यक्ष तौर पर ओवैसी के संदर्भ में कोई टिप्पणी करना मनासिब तो ना समझा, लेकिन इतना जरूर कहा कि जब किसी भी चुनाव में दो से ज्यादा दल होंगे तो जाहिर है कि वोट बटेंगे।
बता दें कि इस बार गुजरात चुनाव में बीजेपी, कांग्रेस के अलावा आप और एआईएमआईएम भी सियासी अखाड़े में उतरी है। गत 27 वर्षों से प्रदेश में बीजेपी का शासन रहा है। ऐसी स्थिति में सूबे की कमान किसके हाथों में आती है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी। बताते चलें कि प्रदेश में दो चरणों में विधानसभा चुनाव प्रस्तावित हैं। प्रदेश में पहले चरण के चुनाव हो चुके हैं। दूसरे चरण के चुनाव आगामी पांच दिसंबर को होने हैं। नतीजों की घोषणा आगामी आठ दिसंबर होगी। तब यह तय हो जाएगा कि प्रदेश में किसकी सरकार बनने जा रही है।