
नई दिल्ली। अक्सर चर्चा में रहने वाले भोजपुरी स्टार पवन सिंह एक बार फिर खबरों में हैं। भाजपा ने पवन सिंह को पश्चिम बंगाल के आसनसोल से लोकसभा प्रत्याशी बनाया मगर लिस्ट जारी होने के कुछ ही घंटों बाद पवन सिंह ने चुनाव न लड़ पाने की बात कहकर सबको चौंका दिया। पवन सिंह ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा,’भारतीय जनता पार्टी के शीर्ष नेतृत्व को दिल से आभार प्रकट करता हूं। पार्टी ने मुझ पर विश्वास करके आसनसोल का उम्मीदवार घोषित किया लेकिन किसी कारण वश मैं आसनसोल से चुनाव नहीं लड़ पाऊंगा।”
दरअसल जब पवन सिंह को आसनसोल से टिकट देने की घोषणा हुई उसी के बाद से ही तृणमूल कांग्रेस भाजपा पर हमलावर है। विरोधी पार्टियों का आरोप है कि भाजपा ने एक ऐसे व्यक्ति को टिकट दिया जिसके गानों में खास तौर पर बंगाल की महिलाओं को अश्लीलतापूर्वक टारगेट किया गया है। आपको बता दें कि पश्श्चिम बंगाल में चल रहे संदेशखाली में महिला उत्पीड़न मामले को लेकर भाजपा लगातार ममता बनर्जी और उनकी तृणमूल कांग्रेस सरकार पर हमलावर है। ऐसे में अब तृणमूल कांग्रेस भी पवन सिंह के जरिए भाजपा को टारगेट करने का कोई मौका हाथ से जाने नहीं देना चाहती। यही कारण है कि जबसे टिकट के लिए पवन सिंह का नाम फाइनल हुआ है तभी से विरोधी लगातार भाजपा और पवन सिंह पर हमलावर हैं। माना जा रहा है कि इसी विवाद को बढ़ता देख पवन सिंह ने चुनाव लड़ पाने में असमर्थता जता दी। अब यहां सवाल यह खड़ा होता है कि संदेशखाली का मामला तो पिछले काफी दिनों से चल रहा है ऐसे में भाजपा की ओर से क्या इस संबंध में विचार नहीं किया गया कि आसनसोल से पवन सिंह को टिकट देना कहीं तृणमूल को काउंटर करने का मौका न दे दे। ऐसा भी हो सकता है कि तृणमूल पवन सिंह के टिकट को उनके गानों और फिल्मों के टाइटल से जोड़कर महिला उत्पीड़न का मुद्दा बना देंगे इस ओर बीजेपी का ध्यान ही न गया हो।
इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अभिषेक बनर्जी ने लिखा कि ‘यही पश्चिम बंगाल के लोगों की कभी न हार मानने वाली भावना और लोगों की ताकत है।’ टीएमसी नेता डेरेक ओ ब्रायन ने लिखा कि ‘ये होता है खेल शुरू होने से पहले ही खेला हो गया।’ वहीं पवन सिंह के चुनाव न लड़ने के फैसले पर आसनसोल से तृणमूल कांग्रेस के मौजूदा सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने प्रतिक्रिया साझा की है। उन्होंने कहा, चुनाव लड़ना या नहीं लड़ने का पवन और बीजेपी का अपना फैसला है। मैं इस मामले में दखलअंदाजी नहीं कर सकता। दूसरी ओर कांग्रेस नेता श्रीनिवास बी.वी. ने निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा की लिस्ट आने के पहले भगदड़ का जो सिलसिला शुरू हुआ वो लिस्ट आने के बाद भी जारी है।अबकी बार, सरकार के बाहर!
खैर कुछ भी हो फिलहाल इस घटनाक्रम के बाद ऐसा लग रहा है कि भाजपा की ओर से अपने होमवर्क में कुछ कमी रह गई। पवन सिंह ने भी नहीं सोचा होगा कि जिन गानों की वजह से उनको इतनी लोकप्रियता मिली और जिस लोकप्रियता की वजह से उनको टिकट मिली आज उन्हीं गानों की वजह से उनके लिए समस्या खड़ी हो जाएगी और टिकट वापसी की नौबत आ जाएगी।