newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

NRI Summit : सूरीनाम के राष्ट्रपति ने क्यों की कैरेबियाई देशों में हिंदी सिखाने वाले संस्थान बनाने की अपील? PM मोदी से कही ये बात..

NRI Summit : उन्होंने कहा कि योग, आयुर्वेद और आध्यात्मिकता में प्रवासी युवाओं को अपनी प्रतिभा दिखाने में सहायता करने के लिए एक अकादमी भी हो सकती है।

नई दिल्ली। पश्चिम से लेकर पूर्व तक भारतीय संस्कृति का डंका हर तरफ पूरी दुनिया में बज रहा है। धानमंत्री मोदी के नेतृत्व में हिंदी को दुनिया में एक अलग पहचान मिली है। मध्य प्रदेश के इंदौर में 17वां प्रवासी भारतीय सम्मलेन चल रहा है। इस सम्मलेन में दुनियाभर में बसे प्रवासी भारतीय हिस्सा ले रहे हैं। इस सम्मेलन में सुरीनाम के राष्ट्रपति चंद्रिकाप्रसाद संतोखी मुख्य अतिथि हैं। आज यानी सोमवार को सूरीनाम गणराज्य के राष्ट्रपति चंद्रिकाप्रसाद संतोखी ने कहा कि कैरेबियन क्षेत्र में एक हिंदी भाषा प्रशिक्षण संस्थान हो सकता है। उन्होंनेप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मां के निधन पर भी अपनी संवेदना जाहिर की।

आपको बता दें कि सूरीनाम के कि राष्ट्रपति चंद्रिकाप्रसाद संतोखी भारतीय मूल के व्यक्ति हैं और वह इस समारोह में मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल हुए हैं। उन्होंने कहा कि योग, आयुर्वेद और आध्यात्मिकता में प्रवासी युवाओं को अपनी प्रतिभा दिखाने में सहायता करने के लिए एक अकादमी भी हो सकती है। राष्ट्रपति संतोखी ने कहा कि विभिन्न देशों को भारतीय परंपराओं और संस्कृति को सीखने पर ध्यान देना चाहिए। यही नहींक्षेत्र में प्रवासी परियोजनाओं और कार्यक्रमों के लिए एक डायस्पोरा फंड बनाया जाना चाहिए।


कार्यक्रम में सभा को संबोधित करते हुए संतोखी ने कहा कि कैरेबियाई क्षेत्र के अलग-अलग स्थानों पर भारतवंशियों को हिंदी सिखाने के लिए प्रशिक्षण संस्थान और विद्यालय खोले जाने चाहिए, ताकि इस समुदाय के लोग अपनी मूल भाषा, धर्म, संस्कृति और परंपरा के बारे में ज्ञान प्राप्त कर सकें। उन्होंने कहा कि मोदी की नए भारत के अमृत काल की अवधारणा का सूरीनाम समर्थन करता है। उन्होंने कहा कि इसके तहत अगले 25 साल के लिए लक्षित टिकाऊ विकास केवल भारत तक लिमिटेड नहीं रहना चाहिए।