नई दिल्ली। देश का मान बढ़ाने वाली बेटियां जब जंतर-मंतर पर पहुंचीं तो पूरे देश में हाहाकार मच गया। एक पल के लिए सभी के जेहन में यही सवाल आया कि आखिर इन बेटियों के साथ ऐसा क्या हुआ कि इन्हें जंतर मंतर पर आना पड़ा। फिर इन्होंने भारतीय कुश्ती महासंघ के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह के काले कारनामों का पर्दाफाश किया तो हर किसी की रूह कांप गई। महिला पहलवानों ने बृजभूषण पर यौन शोषण के आरोप लगाए। पहलवानों ने बृजभूषण के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने की मांग की, लेकिन विडंबना देखिए दो-दो बार लिखित में शिकायत देने के बावजूद भी एफआईआर दर्ज नहीं की गई। इसके बाद मामले में दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने दखल दिया। उन्होंने दिल्ली पुलिस को नोटिस जारी किया और सवाल पूछा कि आखिर शिकायत दर्ज क्यों नहीं की? लेकिन महिला आयोग के नोटिस के बाद भी पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज करने की जहमत नहीं उठाई।
इसके बाद महिला पहलवानों को मजबूर होकर सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। जहां कोर्ट ने दिल्ली पुलिस के रूख पर नाराजगी जाहिर की और फौरन मामले में आरोपी बृजभूषण के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने को कहा। इसके बाद बृजभूषण के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई। अब आगामी दिनों में उसे जांच का सामना करना पड़ेगा, लेकिन अब सवाल यह है कि क्या बृजभूषण के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज हो जाने से पहलवानों को जीत मिल गई? इस बारे में पहलवानों ने खुद ही बताया। पहलवानों ने कहा कि महज प्राथमिकी दर्ज हो जाना ही पर्याप्त नहीं है। उसके खिलाफ पहले से ही कई मामलों में प्राथमिकी दर्ज है। पहलवानों ने स्पष्ट कर दिया कि जब तक बृजभूषण की गिरफ्तारी नहीं हो जाती है, तब तक हमारा यह धरना जारी रहेगा।
वहीं, खबर है कि उन सातों महिला पहलवानों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है, जिन्होंने बृजभूषण के खिलाफ पुलिस में प्राथमिकी दर्ज कराई है। अब ऐसे में यह सवाल उठना लाजिमी है कि क्या जिन पहलवानों ने बृजभूषण के खिलाफ पुलिस में प्राथमिकी दर्ज कराई है, क्या उन पहलवानों को जान का खतरा है? यह तो तफ्तीश का विषय है, लेकिन फिलहाल एहतियात बरतते हुए सभी पहलवानों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। वहीं, बीते दिनों बृजभूषण ने सामने आकर स्पष्ट कर दिया था कि उसके ऊपर लगाए गए सभी आरोप पूरी तरह झूठे हैं। उसमें बिल्कुल भी सत्यता नहीं है।
वहीं, अब यह धरना राजनीतिक अखाड़े में तब्दील होता जा रहा है। इसकी एक वजह यह भी है कि बृजभूषण भारतीय कुश्ती महासंघ के प्रमुख के साथ-साथ बीजेपी का सांसद भी है। ऐसे में इस पूरे मामले का राजनीतिक रंग में घुलना लाजिमी है। बता दें कि बीते शनिवार को दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल पहलवानों के बीच पहुंचे थे और केंद्र की मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला था। वहीं, कांग्रेस नेत्री प्रियंका गांधी वाड्रा भी महिला पहलवानों के बीच पहुंची थी। उधर, आज रॉबट वाड्रा भी पहुंचे । बीते दिनों महिला पहलवानों ने प्रेस कांफ्रेंस के दौरान केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर के रुख को लेकर अपनी नाराजगी भी जाहिर की थी। ऐसे में यह कहना गलत नहीं होगा कि यह पूरा माजरा अब राजनीतिक रंग में तब्दील हो चुका है। बहरहाल, अब इस पूरे मामले में आगामी दिनों में क्या कुछ कदम उठाए जाते हैं। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी। तब तक के लिए आप देश दुनिया की तमाम बड़ी खबरों से रूबरू होने के लिए पढ़ते रहिए। न्यूज रूम पोस्ट.कॉम