
नई दिल्ली। कर्नाटक विधानसभा से आज बीजेपी के 18 विधायकों को 6 महीने के लिए निलंबित कर दिया गया। यहां तक कि विधानसभा अध्यक्ष ने बीजेपी विधायक को मार्शलों के हाथों सदन से उठाकर बाहर करा दिया। विधानसभा अध्यक्ष यूटी खादर ने हनी ट्रैप मामले की हाईकोर्ट के जज से जांच कराने की मांग को लेकर हंगामा करने वाले बीजेपी सदस्यों पर कार्रवाई की। सरकारी ठेकों में मुस्लिम ठेकेदारों को 4 प्रतिशत आरक्षण दिए जाने संबंधी बिल का भी बीजेपी विधायक विरोध कर रहे थे। कर्नाटक विधान परिषद के सदस्य सी.टी. रवि ने इस मामले पर कांग्रेस सरकार को घेरते हुए कहा, आपातकाल किसने लगाया? कांग्रेस पार्टी ने, लोगों के अधिकारों पर किसने अंकुश लगाया? कांग्रेस पार्टी ने, उस समय विपक्षी नेताओं को किसने गिरफ़्तार किया? कांग्रेस पार्टी ने, हम कांग्रेस पार्टी से क्या उम्मीद कर सकते हैं? उन्होंने आज 18 विधायकों को निलंबित करके उसी कार्य को जारी रखा है। हमारी मांग क्या थी? क्या हनी ट्रैप का मामला मामूली बात है? क्या यह कोई छोटा मुद्दा है? एक वरिष्ठ मंत्री ने खुद आरोप लगाया कि न्यायाधीश, वरिष्ठ अधिकारी, विधायक और मंत्री शक्तिशाली व्यक्तियों द्वारा नियंत्रित हनी ट्रैप नेटवर्क में फंस गए हैं। इतने गंभीर आरोप लगाने के बाद, अब वे चुप हो गए हैं।
Karnataka: C.T. Ravi, Member of the Karnataka Legislative Council, on the suspension of 18 BJP MLAs from the House, said, “Who imposed the Emergency? The Congress party. Who curtailed the rights of the people? The Congress party. Who arrested opposition leaders at that time? The… pic.twitter.com/WgftnH2b28
— IANS (@ians_india) March 21, 2025
बीजेपी विधायक वाई भरत शेट्टी का कहना है कि हम जिस बारे में बात कर रहे हैं वह एक गंभीर मुद्दा है। स्पीकर ने हमें विधानसभा में बोलने की अनुमति नहीं दी है। विधानसभा में किसी भी विषय पर चर्चा करने की अनुमति नहीं है। वह सीएम सिद्धारमैया की कठपुतली की तरह काम कर रहे हैं। हमें वेल में जाना पड़ा। हमारे पास कोई और रास्ता नहीं बचा था। इसलिए हमने वही किया जो हमें करना था। बीजेपी के एक अन्य विधायक महेश तेंगिनाकाई ने कहा, कांग्रेस पार्टी और स्पीकर द्वारा आज लिया गया निर्णय पूरी तरह से गलत है। विपक्ष के तौर पर बीजेपी विरोध कर रही थी और हम अपनी चिंताएं उठा रहे थे।
Bengaluru, Karnataka: On the suspension of the BJP MLAs from the State Assembly, BJP MLA Y Bharath Shetty says, “What we are talking about is an issue. The speaker has not allowed us to speak in the Assembly. He is not allowed to discuss anything in the Assembly. He is acting… pic.twitter.com/rgH9BDgDEi
— IANS (@ians_india) March 21, 2025
वहीं, कर्नाटक विधानसभा के अध्यक्ष यू.टी. खादर ने 18 बीजेपी विधायकों के निलंबन पर कहा, मैं संविधान के साथ खड़ा हूं। इस मामले मैं कोई प्रतिक्रिया नहीं दूंगा। कर्नाटक और भारत के लोगों ने संवैधानिक कुर्सी के प्रति दिखाए गए अनादर को देखा है और वे सही और गलत का फैसला करने के लिए पर्याप्त समझदार हैं। मेरा कर्तव्य संविधान को बनाए रखना है और मैंने ऐसा किया है। जहां तक सत्र का सवाल है, हम समय आने पर देखेंगे, मुझे नहीं पता कि यह कब होगा।
Watch: U.T. Khader, Speaker of the Karnataka Legislative Assembly, on the suspension of 18 BJP MLAs, says, “I have stood by the Constitution regarding the allegations made by the aggrieved members. I will not react to that. The people of Karnataka and India have witnessed the… pic.twitter.com/VENb7e3VPK
— IANS (@ians_india) March 21, 2025