नई दिल्ली। अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में वित्त मंत्री रहे और बीजेपी से खफा होकर ममता बनर्जी के साथ जाने वाले वरिष्ठ नेता यशवंत सिन्हा टीएमसी छोड़ रहे हैं। यशवंत ने ट्वीट करके ये बात कही हैं। यशवंत सिन्हा ने ट्वीट में लिखा है कि मैं ममताजी का आभारी हूं कि उन्होंने मुझे टीएमसी में सम्मान दिया। अब समय आ गया है कि राष्ट्र के हित में बड़ा कदम उठाया जाए। मैं अब पार्टी से हटकर विपक्ष की एकता के लिए काम करूंगा। मुझे उम्मीद है कि ममता मुझे ये कदम उठाने देंगी। बता दें कि यशवंत सिन्हा ने कुछ महीने पहले ही ममता की पार्टी ज्वॉइन की थी। उन्हें ममता ने उपाध्यक्ष बनाया था।
I am grateful to Mamataji for the honour and prestige she bestowed on me in the TMC. Now a time has come when for a larger national cause I must step aside from the party to work for greater opposition unity. I am sure she approves of the step.
— Yashwant Sinha (@YashwantSinha) June 21, 2022
यशवंत के बेटे जयंत सिन्हा बीजेपी के सांसद हैं। पीएम नरेंद्र मोदी ने अपनी पहली सरकार के दौरान जयंत को वित्त राज्य मंत्री भी बनाया था। इसके बावजूद यशवंत सिन्हा लगातार मोदी और उनकी सरकार पर अलग-अलग मसलों को लेकर निशाना साधते रहे। फिर एक दिन अचानक उन्होंने टीएमसी में शामिल होने का एलान कर दिया। खास बात ये है कि बीते दिनों जब ममता ने विपक्षी नेताओं के साथ दिल्ली में बैठक की थी, तो ये खबर छनकर आई थी कि वो यशवंत सिन्हा को राष्ट्रपति पद के विपक्षी उम्मीदवार के तौर पर आगे करने जा रही हैं। ऐसे में यशवंत सिन्हा का टीएमसी छोड़ने का एलान काफी हैरत भरा है।
यशवंत सिन्हा मोदी के विरोधी होने की वजह उन्हें सरकार या पार्टी में अहम पद न देना माना जाता रहा है। साथ ही सिन्हा खुद को बड़ा अर्थशास्त्री भी मानते हैं। अटल सरकार में वित्त मंत्री रहते उन्होंने कई आर्थिक सुधार किए थे। जबकि, मोदी सरकार में उन्हें हाशिए पर भेजकर उनके बेटे जयंत को आगे लाया गया था।