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Nag Panchami 2022: विधि-विधान से हुआ श्री नागचंद्रेश्वर भगवान का पूजन, वर्ष में एक बार नागपंचमी पर्व की रात खुले मंदिर के पट, देखें वीडियो

Nag Panchami 2022: साल में एक बार खुलने वाले इस प्रसिद्ध मंदिर के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं को कतारों में लगना होगा। भक्तों की ये कतार चारधाम मंदिर से शुरू हो जाएगी। सोमवार यानी 1 अगस्त की रात 12 बजे पट खुलने के बाद मंगलवार यानी 2 अगस्त की रात 12 बजे पूजा आदि के बाद पट बंद हो जाएंगे।

नई दिल्ली। उज्जैन नगरी में श्री महाकालेश्वर मंदिर के शीर्ष पर स्थित श्री नागचंद्रेश्वर मंदिर के पट साल में एक बार नागपंचमी के अवसर पर खुलते हैं। इसी क्रम को जारी रखते हुए मंदिर के पट कल यानी 1 अगस्त 2022 की रात्रि को खुले। नागचन्द्रेश्वर भगवान के पट खुलने के बाद पंचायती महानिर्वाणी अखाड़े के महंत विनीत गिरी, मठ-मंदिर समिति के अध्यक्ष माखन सिंह चौहान और श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के प्रशासक गणेश कुमार धाकड़ द्वारा भगवान का प्रथम पूजन और अभिषेक किया गया। श्री नागचन्द्रेश्वर भगवान की प्रतिमा का पूजन करने के बाद गर्भगृह में स्थित शिवलिंग का भी पूजन किया गया।

मंदिर व्यवस्था

साल में एक बार खुलने वाले इस प्रसिद्ध मंदिर के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं को कतारों में लगना होगा। भक्तों की ये कतार चारधाम मंदिर से शुरू हो जाएगी। सोमवार यानी 1 अगस्त की रात 12 बजे पट खुलने के बाद मंगलवार यानी 2 अगस्त की रात 12 बजे पूजा आदि के बाद पट बंद हो जाएंगे। श्रद्धालुओं के लिए चारधाम मंदिर के जिग जैक से होकर हरसिद्धि चौराहा से बड़ा गणेश के सामने, गेट चार नंबर से विश्राम धाम तक पहुंचने की व्यवस्था की गई है। इसके बाद उन्हें रेलिंग से नए ब्रिज से नागचंद्रेश्वर मंदिर तक पहुंचना होगा। दर्शन के बाद बाहर निकलने के लिए श्रद्धालु विश्राम धाम से होते हुए मार्बल गलियारे से मंदिर के मुख्य पालकी द्वार से बाहर जाना होगा। वहीं, नागचंद्रेश्वर मंदिर में जल्दी दर्शन करने का टिकट लेने वाले श्रद्धालु चारधाम से आकर हरसिद्धि से शामिल होकर दूसरी कतार में लगकर सामान्य दर्शनार्थियों के साथ मंदिर में पहुंचेंगे और मुख्य गेट से बाहर होकर हरसिद्धि तक पहुंचेंगे।

इसके बाद नर्माल्य गेट से प्रवेश करने के बाद सभा मंडप के ऊपर से होते हुए रैंप से विश्राम धाम पहुंचकर नए ब्रिज से दर्शन कर सकेंगे। वापसी भी यहीं से होगी। कर्कराज मंदिर, नृसिंह घाट, कार्तिक मेला मैदान तरफ जूता स्टैंड, खोया-पाया केंद्र, लड्डू प्रसाद, नागचंद्रेश्वर और महाकालेश्वर मंदिर जाने के लिए लोगों को अलग-अलग कतारों में लगना होगा।