
नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज लखीमपुर खीरी में ‘छोटी काशी’ के नाम से सुविख्यात पावन गोला गोकर्णनाथ स्थित शिव मंदिर कॉरिडोर और अन्य विकास परियोजनाओं का शिलान्यास व लोकार्पण किया। योगी बोले, विकास की यह परियोजनाएं लखीमपुर खीरी की जनता-जनार्दन के जीवन को सुगम बनाने के साथ ही पर्यटन के क्षेत्र में रोजगार का नव सृजन भी करेंगी। इस दौरान उन्होंने विपक्ष को निशाने पर लेते हुए कहा, उत्तर प्रदेश का पोटेंशियल क्या है, इसकी क्षमता क्या है, अगर इसका आकलन करना हो तो प्रयागराज महाकुम्भ ही पर्याप्त है।
योगी ने बताया कि 13 जनवरी से लेकर आज 22 फरवरी के बीच प्रयागराज में मां गंगा, मां यमुना और मां सरस्वती के त्रिवेणी संगम में 60 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालुओं ने आस्था की पावन डुबकी लगाई है। यह उत्तर प्रदेश के सामर्थ्य को देश और दुनिया के सामने रखता है। इस सामर्थ्य का लोहा पूरी दुनिया मान रही है। पीएम मोदी के नेतृत्व में प्रयागराज में महाकुंभ दिव्य और भव्य तरीके से चल रहा है। सीएम ने कहा, जिन लोगों को विकास अच्छा नहीं लगता, जिन्हें देश और प्रदेश का सामर्थ्य अच्छा नहीं लगता वो लगातार नकारात्मक टिप्पणी करके बदनाम करने का प्रयास कर रहे हैं।
उत्तर प्रदेश का पोटेंशियल क्या है,
इसकी क्षमता क्या है,इसका आकलन करना हो तो महाकुम्भ-2025, प्रयागराज ही पर्याप्त है… pic.twitter.com/ql3gHmZxCK
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) February 22, 2025
मुख्यमंत्री बोले, लेकिन देश ने, सनातन धर्म के अनुयायियों ने दिखा दिया है कि अनुकूल परिस्थितियां होंगी तो अपनी विरासत को गौरव के साथ आगे बढ़ाने का काम करेंगे और प्रयागराज महाकुंभ ने उसका एक उदाहरण बनके देश और दुनिया को आईना दिखाने का काम किया है। उन विरोधियों को आईना दिखाने का काम किया है जो हर मामले में नकारात्मक टिप्पणी और अच्छे कार्य पर प्रश्न खड़ा करते हुए उसके मार्ग में बैरियर बनने का काम करते हैं। योगी ने कहा, महाकुंभ में देश की आधी आबादी अब तक आस्था की डुबकी लगा चुकी है। किसानों की बात करते हुए सीएम बोले, अगर अन्नदाता किसान को नई तकनीक दी जाएगी, नया बीज मिलेगा तो उत्तर प्रदेश की धरती माता में इतना सामर्थ्य है कि वह 3 गुना प्रोडक्शन बढ़ा सकती हैं।