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Madhya Pradesh: लोन नहीं चुकाने से परेशान शख्स ने पत्नी और 2 मासूम बच्चों की ली जान, फिर खुद किया सुसाइड

Madhya Pradesh: इस सुसाइड नोट में लिखा है, ”मैं अमित यादव अपने पूरे होश में यह लेटर लिख रहा हूं। जीने की इच्छा मेरी भी है। पर मेरे हालात अब ऐसे नहीं रहे। आदमी में बुरा नहीं हूं। पर मेरे हालात नहीं इसमें किसी की कोई गलती नहीं है। मेरी ही है। मैनें कई आनलाइन एप से लोन ले रखा है। True Balance, Mobipocket, Money view,Smart Coin, Rufilo पर में लोन भर नहीं पा रहा हूं। इज्जत के डर से यह कदम उठ रहा है। कृपा कर पुलिस मेरे परिवार जैसे मां,बाप, सास, ससुर को परेशान न करें। में ही दोषी हूं।

नई दिल्ली। मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) की राजधानी इंदौर (Indore) से दिल दहला देने वाली वारदात सामने आई है। जहां ऑनलाइन ऐप के जरिए कर्ज के नासूर ने एक परिवार को हमेशा के लिए खत्म कर दिया। दरअसल कर्ज के दलदल में एक शख्स इस कदर फंस गया कि उसे जीने के बावजूद भी मौत को गले लगाना पड़ा। इंदौर के निवासी अमित यादव ने पहले अपनी बीबी और 2 बच्चों को मौत की नींद सुलाया और फिर खुद फांसी लगाकर सुसाइड कर लिया। अमित ने फांसी लगाने से पहले एक सुसाइड नोट भी लिखा था वो भी सामने आया है। इसमें अमित ने अपनी सुसाइड की दर्दभरी कहानी बयां की है। बता दें कि ये सनसनीखेज वारदात बाणगंगा इलाके के भागीरथपुरा की है। जहां अमित अपनी पत्नी और 2 बच्चों के साथ किराए पर रहता था। वह मोबाइल टावर कंपनी पर काम करता था। मकान मालिक ने घटना के बारे में बताया कि अमित की मां का टेलीफोन आया था। उन्होंने पुत्र के फोन नहीं उठाने पर वार्ता कराने को कहा। लेकिन जब मैं वहां पहुंचा तो उन्होंने गेट नहीं खोला। इसके बाद मैंने अमित के घरवाले और पुलिस को सूचना दी। जिसके बाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर दरवाजे को तोड़ा। तो देखा कि अमित, पत्नी और बच्चों का शव जमीन पर पड़ा हुआ था। वहीं पुलिस सभी शव को कब्जे में लेकर मामले की जांच में जुट गई है।

इस सुसाइड नोट में लिखा है, ”मैं अमित यादव अपने पूरे होश में यह लेटर लिख रहा हूं। जीने की इच्छा मेरी भी है। पर मेरे हालात अब ऐसे नहीं रहे। आदमी में बुरा नहीं हूं। पर मेरे हालात नहीं इसमें किसी की कोई गलती नहीं है। मेरी ही है। मैनें कई आनलाइन एप से लोन ले रखा है। True Balance, Mobipocket, Money view,Smart Coin, Rufilo पर में लोन भर नहीं पा रहा हूं। इज्जत के डर से यह कदम उठ रहा है। कृपा कर पुलिस मेरे परिवार जैसे मां,बाप, सास, ससुर को परेशान न करें। में ही दोषी हूं।

एक विशेष बात मेरे परिवार को बता दें कि लोन पेन कार्ड  का होता है अगर पेनकार्ड धारक मर जाता है लोन का कोई अस्तित्व नहीं रहता। मेरा लोन किसी को भरने की जरूरत नहीं। इसमें कुछ और लोगों के बारे में कहता हूं मे मेरे भाई और मां-बाप से बहुत प्यार करता हूं आपस में कोई घर वाले न लड़े यही आखिरी इच्छा है।”