राजसमंद। राजस्थान के राजसमंद में एक हिंदू युवक ने खुदकुशी कर ली। युवक के परिजनों का आरोप है कि उसका धर्मांतरण कराया गया था। धर्मांतरण के बाद दूसरे समुदाय की युवती और उसके परिजन लगातार युवक को परेशान कर रहे थे। आखिर में उसने अपनी जान देना ही आखिरी रास्ते के तौर पर चुना। घटना राजसमंद के कांकरोली में हुई है। कांकरोली थाने में युवक के घरवालों ने तहरीर दी है। पुलिस का कहना है कि वो इस मामले की जांच कर रही है। जिसके बाद दोषी पाए जाने पर संबंधित के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।
जिस युवक ने खुदकुशी की है, उसका नाम हर्षित उर्फ बंटी आचार्य है। हर्षित के पिता कैलाश आचार्य और उनकी पत्नी लाड़कुंवर काकरोली के मोही में रहते हैं। कैलाश और उनकी पत्नी का कहना है कि हर्षित का दूसरे समुदाय की एक युवती से प्रेम प्रसंग था। हर्षित के माता-पिता ने आरोप लगाया है कि युवती, उसके माता-पिता, भाई मुस्तफा, युवती की एक महिला मित्र, काकरोली में दरगाह के मौलाना और दूसरे समुदाय के 5-7 अन्य लोगों ने उनके बेटे का धर्मांतरण कराया था। आरोप है कि इसके बाद युवती ने हर्षित से वक्त-वक्त पर 7 लाख रुपए, मोबाइल फोन और स्कूटी हड़प ली। जब हर्षित ने उससे शादी करने के लिए कहा, तो युवती के घरवालों ने जान से मारने की धमकियां दीं।
हर्षित के माता-पिता के मुताबिक उनके बेटे से कहा गया कि अगर वो अपने पहले के धर्म में वापसी करता है, तो उसके साथ परिवार के लोगों को भी मार डाला जाएगा। उनका कहना है कि हर्षित लगातार इन धमकियों से परेशान रहने लगा। हर्षित ने आखिरकार बीती 7 अप्रैल को जहर खा लिया। हर्षित को हॉस्पिटल में दाखिल कराया गया, लेकिन 13 अप्रैल को उसकी मौत हो गई। परिजनों को इस पूरे मामले का पता उसके मोबाइल फोन से चला। जिसमें हर्षित ने धमकियों की रिकॉर्डिंग और दिए हुए रुपए और चीजों का ब्योरा रखा था। इसके बाद हर्षित के परिजनों ने कांकरोली थाने में केस दर्ज कराया।