नई दिल्ली। राष्ट्रीय शोषित समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश सरकार के पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य पर आगरा में एक सभा के दौरान जूता फेंक दिया गया। हालांकि जूता स्वामी प्रसाद के लगा नहीं। वहां मौजूद स्वामी प्रसाद के समर्थकों ने जूता फेंकने वाले शख्स को पकड़कर उसकी अच्छी खासी धुलाई कर दी। बाद में पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। जूता फेंकने वाले शख्स का नाम धर्मेंद्र धाकड़ है और वह धाकरान चौराहे के पास नगला धाकड़ का रहने वाला है। वह हिंदूवादी संगठन का कार्यकर्ता है।
#आगरा में चुनावी रैली के दौरान स्वामी प्रसाद मौर्य पर युवक ने जूता फैंका है.
जूता निशाने से चूक गया..
जूता फेंकने वाला पकड़ा गया और मौर्य के चमचों ने उसकी मरम्मत कर दी.
चुनाव चरम की ओर बढ़ता हुआ… pic.twitter.com/eLfWDUBqyT
— Narendra Pratap (@hindipatrakar) May 3, 2024
स्वामी प्रसाद मौर्य आगरा के डैकी थाना क्षेत्र में माता सती मंदिर पर पार्टी के प्रत्याशी होतम सिंह निषाद के पक्ष में जनसभा में शामिल होने गए थे। जैसे ही स्वामी प्रसाद जनसभा को संबोधित करने के लिए माइक पर आए और अपना भाषण शुरू किया तो वहीं पर बैठा एक शख्स अचानक से उठा और जूता निकालकर स्वामी प्रसाद की ओर फेंक दिया। गनीमत ये रही कि जूता स्वामी प्रसाद को नहीं लगा। इससे पहले आगरा जिले के फतेहाबाद में स्वामी प्रसाद मौर्य के काफिले को रोककर आक्रोशित अखिल भारत हिंदू महासभा के कार्यकर्ताओं ने काले झंडे दिखाए। इतनी ही नहीं कार पर स्याही भी फेंक दी गई। इस दौरान पुलिस और कार्यकर्ताओं के बीच तकरार भी हुई।
वहीं योगी यूथ ब्रिगेड के प्रदेश अध्यक्ष कुंवर अजय तोमर ने इस घटना की जिम्मेदारी लेते हुए कहा कि ब्राह्मणों को राक्षस कहने वाले, साधु संतों को आतंकवादी कहने वाले, हिंदू धर्म को पाखंड बताने वाले और रामचरितमानस की प्रतियां जलाने वाले का इसी प्रकार विरोध होगा। दरअसल स्वामी प्रसाद मौर्य सनातन संस्कृति और हिंदू धर्म के देवी देवताओं को लेकर आए दिन आपत्तिजनक बयानबाजी करते रहते हैं। इसी बात को लेकर हिंदूवादी संगठनों द्वारा स्वामी प्रसाद का खुलकर विरोध किया जाता है। ऐसा पहली बार नहीं हुआ है जब स्वामी प्रसाद मौर्य पर जूता फेका गया हो, इससे पहले लखनऊ में भी उन पर एक शख्स ने जूता उछाला था। इसके बाद एक बार स्वामी प्रसाद के ऊपर स्याही फेंकी गई थी।