नई दिल्ली। ईसाई धर्म में भी नामकरण की एक अलग प्रथा है जहां नाम को लेकर नामकरण की प्रथा का प्रचलन है। नाम के पहले अक्षर का असर हम सब पर पड़ता हैं। हमारे नाम से ही हमारी पहचान होती हैं। हर मां-बाप का यह सोचना है कि उनके बच्चे का नाम सबसे अच्छा और यूनिक हो। इसके लिए माता-पिता नाम का रखने से पहले काफी विचार करते हैं क्योंकि ऐसा कहा जाता है कि नाम का बच्चे के जीवन पर काफी असर पड़ता हैं। उनका ऐसा मानना होता है कि उनके बच्चे का नाम बिल्कुल अलग हो। ईसाई धर्म के लोगों का मानना है कि ई नाम की लड़कियां काफी खुले विचार की होती हैं। अपने लक्ष्य को पाना जानती है इसके लिए ई नाम की लड़कियां काफी मेहनत भी करती हैं। और अपने लक्ष्य को पा कर ही मानती हैं। यह लड़कियां काफी उग्र विचार की होती हैं। ई अक्षर से ही यह पता चलता है कि लड़की कितनी कुशल औऱ क्षमतावान है, उसे जीवन में कितनी सफलताएं प्राप्त होने वाली हैं। नाम का पहला अक्षर यानी ई अक्षर यह भी बताता है कि लड़की के जीवन में आगे क्या-क्या परेशानियां व चुनौतियां आने वाली है और उसको कितने मौके मिलने वाले हैं। आपके नाम का पहला अक्षर ही आपके जीवन में सुख -समृद्धि, धन करियर, शादी सबसे जुड़ा होता हैं।
ईआन
ईब्रिय्याह
ईदा
ईदेह
ईडेली
ईजनी
ईलेवा
ईकिया
ईलाना
ईलियाना
ईलेसा
ईमानी
ईरीना
ईरमा
ईशी
ईशा
ईशु
ईयाना
ईवी
ईवरी
ईया
ईनाया