
नई दिल्ली। किसी भी रिश्ते में हर वक्त प्यार रहे, ये जरूरी नहीं हैं। समय के साथ जिम्मेदारियां प्यार के रूप को बदल देती हैं। ऐसे में जरूरी नहीं है कि प्यार के मायने सिर्फ और सिर्फ प्यार भरी बातें करना ही हैं। कई बार इन्ही गलतफहमियों के चलते रिश्तों में दरार आ जाती है। ऐसी ही परेशानी से हमारी पाठिका रिया(बदला हुआ नाम) गुजर रही हैं। जिन्हें अपने पति से अटेंशन नहीं मिला तो वो प्यार की तलाश में बाहर निकल गई। लेकिन अब उनकी हालत धोबी के उस कुत्ते के जैसी हो गई है जो न घर का रहा है और न ही घाट का। तो चलिए जानते हैं कि रिया किस परेशानी से गुजर रही हैं।
अपने ही पति को दिया धोखा
रिया का कहना है कि हमारी लव मैरिज हुई थी। शादी के कुछ दिन तक सबकुछ ठीक चलता रहा, लेकिन कुछ समय से मेरे पति मुझे समय नहीं देते थे। वो हर वक्त सिर्फ और सिर्फ अपने टेबलेट में घुसे रहते थे। ऐसा लगता था कि मेरा होना या न होना उनके लिए मायने नहीं रखता है, यही वजह थी कि मैं प्यार की तलाश में बाहर निकल गई और मुझे कोई ऐसा मिला, जो मेरी परवाह करता था और मुझे एक साथी के तौर पर अपनाने के लिए भी तैयार था लेकिन कुछ समय बाद मुझे समझ आया कि रिश्तों में स्पेस की जरूरत भी होती है। जरूरी नहीं कि हर वक्त पास बैठकर प्यार का इजहार ही किया जा सके, इस चीज को समझने में मैंने देर लगा दी। अब मेरा रिश्ता ऐसा मोड़ पर खड़ा है जहां कुछ ठीक होने की उम्मीद नहीं है।
खुद लगा ली अपने घर में आग
दरअसल मैंने अपने पति को सब कुछ बता दिया। मैंने खुद कबूल किया कि मैंने उन्हें धोखा दिया है। जिसके बाद मेरे पति भले ही मेरे साथ रह रहे है लेकिन वो होकर भी मेरे साथ नहीं है। वो मेरे साथ किसी तरह का रिश्ता नहीं रखना चाहते हैं। मैंने खुद ही अपने बसे-बसाए घर में आग लगा ली। मेरे पति ने रिश्ते में स्पेस की वजह से दूरी बनाई , लेकिन मैंने तो उन्हें धोखा ही दे दिया। आज मैं भले ही अपने पति के साथ एक छत के नीचे रह रही हूं लेकिन हमारे बीच में कुछ ठीक नहीं है..। ये मेरी जिंदगी की सबसे बड़ी गलती थी। कुछ समय के आकर्षण की वजह से मैं कहीं की नहीं रही।