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Parenting Tips: कम उम्र में ही बच्चा आ जाए रिलेशनशिप में, तो जानिए क्या करें अभिभावक?

Parenting Tips: बच्चों के अफेयर की बात सुनते ही माता-पिता बच्चों पर कई तरह की बंदिशें लगाने लगते हैं। उन पर गुस्सा करते हैं उन्हें डांटने मारने लगते हैं। इससे उन बच्चों के मन में अभिभावकों की छवि खराब होने लगती है। तो ऐसा क्या करें कि बच्चों को सही दिशा में लाया जा सके।

नई दिल्ली। प्यार जिंदगी का बेहद अहम हिस्सा है। हर किसी की लाइफ में ये किसी न किसी रिश्ते के रूप में मौजूद रहता है, लेकिन जीवनसाथी वाले प्यार की बात ही अलग होती है। आज के बच्चे अपनी उम्र से ज्यादा बड़े हो गए हैं। न केवल वो बड़ी-बड़ी और समझदारी वाली बातें करते हैं, बल्कि उनकी भावनाएं भी काफी परिपक्व हो गई हैं। बहुत कम उम्र में ही उनके गर्लफ्रेंड-बॉयफ्रेंड बन जाते हैं। कम उम्र में ही अपने दोस्तों से आकर्षित होकर उनके साथ प्यार में पड़ जाते हैं। जब इन बच्चों के अभिभावकों को इन रिश्तों के बारे में पता चलता है, तो वो चिंतित हो जाते हैं। उनकी चिंता एक तरह से सही भी है क्योंकि कच्ची उम्र में उन्हें सही गलत का पता नहीं होता। ऐसे में वो गलती कर बैठते हैं। बच्चों के अफेयर की बात सुनते ही माता-पिता बच्चों पर कई तरह की बंदिशें लगाने लगते हैं। उन पर गुस्सा करते हैं उन्हें डांटने मारने लगते हैं। इससे उन बच्चों के मन में अभिभावकों की छवि खराब होने लगती है। तो ऐसा क्या करें कि बच्चों को सही दिशा में लाया जा सके। आइए आज आपको इसी विषय से संबंधित कुछ टिप्स देते हैं।

1. बच्चे के अफेयर के बारे में पता चलने पर बच्चे को डांटे नहीं, बल्कि प्यार से उसके रिलेशनशिप के बारे में पूछें।

2.बच्चे को डांटने से उसमें शारीरिक और मानसिक बदलाव देखने को मिलते हैं।

3.इस बात को समझें कि किसी के प्रति आकर्षण एक प्राकृतिक क्रिया है।

4.बच्चे की भावनाओं को समझें और शांत मन से उसकी बात सुनें।

5.बच्चे से बात करके इस बात की पुष्टि करें कि ये मात्र आकर्षण है या वो सचमुच प्रेम में है।

6.उसके रिलेशनशिप की गंभीरता को समझने का प्रयास करें।

7.बच्चों का दोस्त बनकर रहें ताकि वो अपने दिल की सारी बातें आपको बता सकें।

8.बच्चे के प्यार का मतलब समझाएं।

9.बच्चे को उसके रिलेशनशिप को लेकर जज न करें।