नई दिल्ली। सर्दियों का मौसम शुरू हो चुका है और बाजार में मेथी आना भी शुरू हो गई है। मेथी गर्म होती है और सर्दियों में इसे सबसे ज्यादा खाना भी पसंद किया जाता है, खासकर इसके पराठे..। लोग मेथी के पत्तों से पराठे और सब्जी बनाते हैं या कुछ लोग साबुत मेथी के दानों को भिगोकर भी पराठे बनाते हैं। इसके अलावा शुगर और बीपी में मेथी का पानी लाभकारी बताया जाता है। मेथी में एंटी ऑक्सीडेंट्स और एंटी इंफ्लेमेटरी गुण शरीर को कई फायदे पहुंचाती है लेकिन क्या आप जानते हैं कि मेथी का ज्यादा सेवन करना भी शरीर के लिए नुकसानदायक हो सकता है। अभी तक मेथी के सिर्फ फायदे सुने या पढ़े होंगे लेकिन आज हम मेथी के नुकसान लेकर आए हैं।
शुगर लेवल कम करने के लिए मेथी के दानों को रात में भिगोकर खाया जाता है। माना जाता है कि मेथी के दाने शुगर लेवल को कंट्रोल करने में सहायक होते हैं लेकिन लगातार इसका सेवन करने से नुकसान हो सकता है। शुगर लेवल जरूरत से ज्यादा लो हो सकता है और जान तक खतरे में पढ़ सकती हैं।
सांस लेने में दिक्कत भी मेथी के रोजाना इस्तेमाल से हो सकती है। मेथी गर्म होती है, चाहे पत्ते हो या दाने..दोनों में ही एंटी ऑक्सीडेंट्स और एंटी इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो फेफड़ों को नुकसान पहुंचा सकते हैं। हालांकि ये तभी हो सकता है, जब आप लगातार लंबे समय से मेथी का इस्तेमाल कर रहे हैं।
बीपी की दिक्कत- जिन लोगों को हाई बीपी की दिक्कत रहती है, उन्हें कम मेथी का सेवन करना चाहिए क्योंकि मेथी की पत्तियों में सोडियम की मात्रा कम होती है। शरीर में सोडियम की मात्रा कम होना खतरनाक हो सकता है। ऐसे में मेथी का सेवन लगातार न करें।
गर्भवती महिलाओं के लिए खतरनाक- मेथी की तासीर गर्म होती है और गर्भवती महिलाओं के ज्यादा गर्म चीजों से परहेज करना होता है क्योंकि ज्यादा गर्म खाने से फीटस को नुकसान पहुंच सकता है, इसके अलावा ब्लड क्लॉटिंग स्लो हो सकता है, जो पेट के पाचन को नुकसान पहुंचा सकता है। इसलिए ज्यादा लंबे समय तक मेथी का सेवन करना हानिकारक हो सकता है।
यूरिन से बदबू आना- मेथी का ज्यादा इस्तेमाल यूरिन के रंग और प्राकृतिक स्मैल को भी प्रभावित कर सकता है। ज्यादा इस्तेमाल से यूरिन से गंध की शिकायत हो सकती है।