
नई दिल्ली। दुनिया भर में हर साल ‘वर्ल्ड टूरिज्म डे’ मनाया जाता है। इसका मुख्य उद्देश्य संसार के विभिन्न स्थानों पर पर्यटन को बढ़ावा देना है। इस दिन को सेलिब्रेट करने की शुरुआत संयुक्त राष्ट्र विश्व व्यापार संगठन (UNWTO) ने की थी। वर्ल्ड टूरिज्म डे को मनाने के लिए कई देशों के टूरिज्म बोर्ड एकत्रित होते हैं। ये बोर्ड अपने शहरों, राज्यों या देशों में पर्यटन को बढ़ावा देने के प्रयासों के तहत कई आकर्षक ऑफर्स भी लॉन्च करते हैं। बीते सालों से कोरोना महामारी के चलते टूरिज्म कई चुनौतियों से जूझ रहा था, जिससे पर्यटन काफी प्रभावित हुआ था। हालांकि, पिछले एक साल में इसमें कुछ सुधार देखने को मिला है। इस साल विश्व पर्यटन दिवस इसीलिए भी खास है क्योंकि, ये उद्योग पहले से कहीं अधिक बेहतर ढंग से लौटा है। प्रत्येक वर्ष वर्ल्ड टूरिज्म डे की एक थीम निर्धारित की जाती है और एक देश उत्सव की मेजबानी करता है। तो आइए जानते हैं इस बार इसकी मेजबानी कौन सा देश करेगा। साथ ही इससे जुड़ी अन्य महत्वपूर्ण जानकारियों के बारे में भी आपको बताएंगे…
विश्व पर्यटन दिवस का इतिहास
वर्ल्ड टूरिज्म डे की शुरूआत साल 1980 में संयुक्त राष्ट्र विश्व व्यापार संगठन (UNWTO) द्वारा की गई थी। 27 सितंबर 1970 को UNWTO को मान्यता प्राप्त हुई थी, जो एक मील का पत्थर था, इसलिए विश्व पर्यटन मनाने के लिए इसी दिन को चुना गया था।
कौन सा देश कर रहा मेजबानी
इस बार विश्व पर्यटन दिवस की मेजबानी इंडोनेशिया कर रहा है। इंडोनेशिया अपनी शानदार हॉस्पिटेलिटी के लिए विश्व भर में प्रसिद्ध है। पर्यटन यहां की आय का एक प्रमुख स्रोत है। जब पर्यटन दिवस की शुरूआत हुई थी तो इसका उद्देश्य मात्र पर्यटन को बढ़ावा देना था लेकिन साल 1997 में UNWTO ने निर्णय लिया कि हर साल विश्व पर्यटन दिवस की मेजबानी अलग-अलग देश करेंगे।
विश्व पर्यटन दिवस 2022 की थीम
इस बार विश्व पर्यटन दिवस की थीम ‘Rethinking Tourism’ रखी गई है। महामारी के दौरान लगे लॉकडाउन से सबसे अधिक पर्यटन ही प्रभावित हुआ था। रिथिंक टूरिज्म के जरिए इस साल उन चीजों पर फोकस किया जाएगा, जिनके बदलाव से टूरिज्म को आसान बनाया जा सके ताकि टूरिज्म के इस उद्योग को दोबारा गति प्रदान की जा सके।