
नई दिल्ली। पर्यावरण हमारे लिए कितना जरूरी है ये तो हम सब ही जानते है। पर्यावरण हमारे जीवन पर काफी असर डालता है अगर हमारा पर्यावरण सही रहेगा तो हम अच्छी सांस लेंगे। हम स्वस्थ रहेंगे और स्वस्थ रहेंगे तो हम भी खुश रहेंगे। प्राकृतिक वातावरण या प्राकृतिक दुनिया प्राकृतिक रूप से होने वाली सभी जीवित और निर्जीव चीजों को शामिल करती है, जिसका अर्थ इस मामले में कृत्रिम नहीं है। यह शब्द सबसे अधिक बार पृथ्वी या पृथ्वी के कुछ हिस्सों पर लागू होता है। प्रकृति के बिना हमारा जीवन बिल्कुल संभव नहीं है। लेकिन अब इसी प्रकृति को मनुष्य ठेस पहुंचा रहा है, जिससे हमारा पर्यावरण खराब हो रहा है। तो चलिए जानते है कि आखिर क्यों विश्व पर्यावरण दिवस मनाया जाता है।
कब मनाया जाता है विश्व पर्यावरण दिवस
दरअसल, आज यानी 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस मनाया जाता है। इस दिन को मनाने का सबसे महत्वपूर्ण कारण है कि लोगों को हमारी प्रकृति का महत्व समझ आए। इससे लोगों को समझ आएगा कि पर्यावरण हमारे लिए क्या महत्व है यह हमारे लिए कितना जरूरी है। हमारे पृथ्वी पर लगातार बढ़ते प्रदूषण के कारण हमें नुकसान हो रहा है, जिससे हमारा पर्यावरण दूषित हो रहा है। खासतौर पर आधुनिक तकनीकी के कारण भी पर्यावरण खराब हो रहा है। इसी कारण इसे मनाया जाता है ताकि लोग इसके महत्व को समझे।
मनाने के पीछे का कारण
इसे हर साल जून महीने की 5 तारीख को मनाया जाता है। इस दिन स्कूलों और कॉलेज में बच्चों से पेड़-पौधे लगवाए जाते है और उन्हें उसका महत्व समझाया जाता है। कहते है सबसे पहले साल 5 जून 1972 को विश्व पर्यावरण दिवस मनाया गया है उसके बाद से इस दिन को मनाया जाने लगा। संयुक्त राष्ट्र संघ ने विश्व पर्यावरण दिवस मनाने का विचार किया था लेकिन पर्यावरण दिवस सबसे पहले स्वीडन की राजधानी स्टॉकहोम में 5 जून 1972 को सेलिब्रेट किया गया था। स्टॉकहोम में पहली बार पर्यावरण सम्मेलन हुआ, जिसमें लगभग 119 देशों ने हिस्सा लिया था।