
नई दिल्ली। महाराष्ट्र के ठाणे से हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है, जहां एक 53 वर्षीय शख्स मनोज साने ने अपनी लिव इन पार्टनर सरस्वती के शव के कई टुकड़े कर उसे कूकर में उबाला। इसके बाद उसे मिक्सर में पीसकर कुत्तों के आगे परोस दिया। यह सबकुछ वो पिछले एक सप्ताह से कर रहा था, लेकिन हैरत है कि किसी को भी उसकी इन करतूतों के बारे में खबर नहीं थी। लेकिन वो ज्यादा दिनों तक अपनी इस क्रूरता को छुपा ना पाया। उसके घर से चूहे के मरने जैसी दुर्गंध आने लगी। जिसकी सूचना पड़ोसियों ने पुलिस को दी। मौके पर पुलिस पहुंची तो हालिया मंजर देख दिल दहला गया। पहली नजर उस बाल्टी पर गई जिसमें लाश के टुकड़ों का अंबार था। इसके बाद कई जगह पुलिस को लाश के टुकड़े दिखे। जिसे देखकर पुलिस के साथ मौके पर मौजूद हर किसी के होश फाख्ता हो गए। इसके बाद पुलिस ने आरोपी मनोज साने को गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस हिरासत में आरोपी ने कई बड़े खुलासे किए। पहला खुलासा तो यह किया कि उसने अपनी लिव इन पार्टनर सरस्वती को नहीं मारा, बल्कि उसने खुदकुशी की, लेकिन पुलिस को उसके इस खुलासे पर विश्वास नहीं हो रहा है। अब पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि उसके इस खुलासे में कितनी सच्चाई है? इसके बाद उसने दूसरा खुलासा किया कि उसे एचआईवी एड्स था। लेकिन उसने कभी सरस्वती के साथ शारीरिक संंबंध नहीं बनाया था। अब पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि क्या पीड़िता भी तो कहीं एजआईवी एड्स से पीड़ित नहीं थी। अब उसके शव के टुकड़ों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा जा चुका है। अब रिपोर्ट सामने आने के बाद ही साफ हो पाएगा कि वो एचआईवी से पीड़ित थी की नहीं? उधर, पुलिस हिरासत में आरोपी से पूछताछ का सिलसिला जारी है। अब आगामी दिनों में वो मामले को लेकर क्या कुछ खुलासे करता है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी, लेकिन उससे पहले इस रिपोर्ट में यह जान लेते हैं कि आखिर मनोज साने की जिंदगी में सरस्वती की एंट्री कैसे हुई?
पुलिस पूछताछ में आरोपी ने खुलासा किया है कि साल 2014 मे उसकी सरस्वती से मुलाकात एक राशन की दुकान में हुई थी। हालांकि, शुरुआत में यह मुलाकात सामान्य थी, लेकिन इसके बाद दोनों के बीच रोज मिलना-जुलना शुरू हो गया। इसके बाद यह मुलाकात मोहब्बत में तब्दील हो गई। दोनों के बीच प्यार बढ़ने लगा। इसके बाद दोनों ने साथ रहने का फैसला कर लिया। जहां एक तरफ सरस्वती अनाथ थी, तो मनोज का भी कोई अपना नहीं था। ऐसे में दोनों को एक-दूसरे की जरूरत थी। हालांकि, दोनों के बीच उम्र का लंबा फासला था। जहां सरस्वती महज 33 साल की थी, तो वहीं मनोज 53 साल का था, लेकिन दोनों उम्र की फासलों की परवाह किए बगैर एक छत के तले रहने लगे, लेकिन इसके बाद ऐसे दोनों के बीच क्या हुआ कि बात लाश के टुकड़े करने तक पहुंच गई। यह तफ्तीश का मसला है। फिलहाल पुलिस भी जांच कर रही है।
वहीं, स्थानीय लोगों ने पुलिस को बताया कि दोनों के बीच झगड़ा होता था। दरअसल, मनोज सरस्वती पर शक करता था। जिसे लेकर दोनों के बीच अक्सर झगड़ा होता था। दोनों पड़ोसियों से किसी भी प्रकार का ताल्लुकात नहीं रखते थे। किसी से बात कोई बातचीत नहीं होती थी। यहां तक त्योहार के दिनों भी दोनों किसी से बात नहीं करता था। रवैया दोनों का काफी विचित्र था। इस विचित्रता का अंदाजा आप महज इसी से लगा सकते हैं कि पड़ोसियों को दोनों में से किसी का नाम तक नहीं पता था। फिलहाल, पुलिस मामले की जांच कर रही है। अब आगामी दिनों में इस पूरे मामले में क्या कुछ सच्चाई निकलकर सामने आती है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी। ध्यान रहे कि इससे पहले दिल्ली से भी एक ऐसा ही मामला सामने आया था, जहां आफताब ने अपनी लिव इन पार्टनर श्रद्धा के शव के टुकड़े कर उसे विभिन्न जगहों पर फेंक दिया था। अब मुंबई से ऐसा मामला सामने आया है। दोनों ही मामलों में काफी कुछ कॉमन है। दोनों मामलों में आरोपी लिव इन रिलेशनशिप में थे और दोनों ने ही अपनी लिव इन पार्टनर के शव के टुकड़े किए हैं।