नई दिल्ली। “खेलोगे कूदोगे बनोगे खराब, पढ़ोगे लिखोगे बनोगे नवाब”। यह कहावत हम सबने बचपन या तो अपने घरवालों से या फिर अपने टीचर से जरुर सुनी होगी। अब आज के दौर के बच्चे इस कहावत को शत प्रतिशत झूठा साबित कर रहे हैं। आज के समय में खेल सिर्फ एक शारीरिक कसरत के रुप में नहीं, बल्कि एक अच्छे भविष्य के निर्माण के लिए भी अहम भूमिका निभा रहा है। इसमें कोई संदेह नहीं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी खेल के प्रति बच्चे और नौजवानों को प्रेरित करते रहते हैं। इसके लिए मोदी सरकार ने 21 जनवरी 2018 को दिल्ली के इंदिरा गांधी एरेना में ‘खेलो इंडिया यूथ गेम्स (KIYG) की शुरुआत की।
इसी कड़ी में आज हम एक 19 वर्ष की एक ऐसी लड़की की जिसने खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स के द्वारा 200 मीटर रेस में मशहूर धाविका खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स को हराकर इतिहास रच दिया। एथलीट का नाम प्रिया मोहन है। प्रिया मोहन आजकल सुर्खियां बटोर रही हैं। हर जगह उनकी चर्चा हो रही है और उनकी चर्चा सिर्फ इसलिए नहीं हो रही है कि उन्होंने धाविका दुती चंद को हराया है।
इस रेस में उनको देखकर बायोमैकेनिक्स विशेषज्ञों का मानना है कि आने आने वाले समय में वह अपनी मजूबत मांसपेशियों के चलते विश्वस्तरीय एथलीट बन सकती हैं। जानकारी के लिए बता दें कि इससे पहले प्रिया मोहन ने 400 मीटर दौड़ में भी खिताब अपने नाम किया है। ठीक इसके बाद ही उन्होंने 200 मीटर रेस में दुती चंद को हराकर स्वर्ण पदक जीता। इस दौरान प्रिया ने 200 मीटर की रेस 23.90 सेकेंड में पूरी कर गोल्ड मेडल हासिल किया।
बता दें कि प्रिया मोहन कर्नाटक के तुमकुरु जिले के हब्बाथनहल्ली गांव की रहने वाली हैं। उनका जन्म 15 मार्च 2003 को हुआ था। प्रिया के पिता एचए मोहन बेलगावी मे जिला जज हैं। वहीं उनकी मां चंद्रकला गृहणी हैं।