
नई दिल्ली। टेस्ट क्रिकेट से संन्यास की घोषणा के एक दिन बाद भारत के स्टार क्रिकेटर विराट कोहली अपनी पत्नी अनुष्का शर्मा के साथ आज वृंदावन पहुंचे। यहां उन्होंने पूज्य संत प्रेमानंद महाराज जी के केली कुंज आश्रम में जाकर उनके दर्शन किए। विराट कोहली और उनकी पत्नी अनुष्का ने सबसे पहले प्रेमानंद महाराज जी को दण्डवत प्रणाम किया। प्रेमानंद महाराज जी के यूट्यूब चैनल में विराट कोहली का वीडियो भी अपलोड किया गया है। प्रेमानंद महाराज ने विराट कोहली को बहुत ही महत्वपूर्ण सीख दी है। आइए आपको बताते हैं प्रेमानंद महाराज और विराट कोहली के बीच क्या वार्तालाप हुई-
Virat Kohli & Anushka Sharma से पूज्य महाराज जी की क्या वार्तालाप हुई ? Bhajan Marg pic.twitter.com/7IWWjIfJHB
— Bhajan Marg (@RadhaKeliKunj) May 13, 2025
प्रेमानंद महाराज ने सबसे पहले विराट कोहली से पूछा प्रसन्न हो, इस पर उन्होंने जवाब दिया ठीक हैं। फिर प्रेमानंद जी बोले, ठीक ही रहना चाहिए और उन्होंने विराट से कहा कि हम आपको अपने प्रभु का थोड़ा सा विधान बताते हैं। वैभव मिलना कृपा नहीं है, यह पुण्य है। पुण्य से एक घोर पापी को भी बहुत कुछ मिल जाता है। भगवान की कृपा मानी जाती है अंदर का चिंतन बदलना जिससे अनंत जन्मों के संस्कार भस्म होकर और अगला बड़ा उत्तम होगा। लेकिन अब हमारा स्वभाव बर्हिमुखी हो गया है जैसे बाहर की यश, कीर्ति, लाभ, विजय इससे हमें सुख मिलता है। लेकिन भगवान जब कृपा करते हैं तो संत समागम देते हैं और दूसरी जब कृपा होती है तो विपरीतता देते हैं और फिर अंदर से एक रास्ता देते हैं कि यह परमशांति का मेरा रास्ता है। भगवान वो रास्ता दिखाकर जीव को अपने पास बुला लेते हैं।

प्रेमानंद महाराज ने आगे बताया कि बिना प्रतिकूलता के संसार का राग नष्ट नहीं होता। किसी को भी वैराग्य होता है तो संसार की प्रतिकूलता देखकर होता है। जब सब हमारे अनुकूल है तो हम उसका भोग करते हैं लेकिन जब प्रतिकूलता आती है तब ठेस पहुंचती है तब भगवान अंदर से रास्ता देते हैं। इसलिए जब भी प्रतिकूलता आए तो उस समय आनंदित होना चाहिए कि मेरे ऊपर अब भगवान की कृपा हो रही है।