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Norway Chess Tournament 2025 : दिग्गज शतरंज खिलाड़ी मैग्नस कार्लसन को हराने के बाद भारत के डी. गुकेश ने दिखाई विनम्रता, कहा-100 में से 99 बार मैं हारूंगा

Norway Chess Tournament 2025 : गुकेश ने नॉर्वे शतरंज टूर्नामेंट के छठे दौर में क्लासिकल टाइम कंट्रोल में मैग्नस कार्लसन को हरा दिया। पूर्व विश्व चैंपियन कार्लसन नई उम्र के गुकेश के हाथों अपनी हार को बर्दाश्त नहीं कर पाए। जैसे ही उनकी हार हुई उन्होंने गुस्से में शतरंज टेबल पर ही हाथ पटक दिया। इसके बाद कुर्सी से खड़े होकर गुस्से में कुछ बोले, हालांकि बाद में उन्होंने अपने व्यवहार के लिए माफी मांगी और गुकेश की पीठ थपथपाई।

नई दिल्ली। गैंडमास्टर डी. गुकेश ने नार्वे के दिग्गज शतरंज खिलाड़ी मैग्नस कार्लसन को हराकर सबको चौंका दिया। भारत के गुकेश ने नॉर्वे शतरंज टूर्नामेंट के छठे दौर में क्लासिकल टाइम कंट्रोल में मैग्नस कार्लसन को हरा दिया। कार्लसन का नाम दुनियाभर के बड़े शतरंज खिलाड़ियों में लिया जाता है। बड़ी बात यह है कि हार के बाद एक ओर जहां कार्लसन अपना आपा खो बैठे और मेज पर हाथ पटक दिया, वहीं, शांत स्वभाव के गुकेश ने विनम्रता दिखाते हुए कहा कि कार्लसन के खिलाफ 100 में से 99 बार मैं हारूंगा, यह बस मेरा एक भाग्यशाली दिन है।

उधर शतरंज के पूर्व विश्व चैंपियन कार्लसन नई उम्र के गुकेश के हाथों अपनी हार को बर्दाश्त नहीं कर पाए। जैसे ही उनकी हार हुई उन्होंने गुस्से में शतरंज टेबल पर ही हाथ पटक दिया। इसके बाद कुर्सी से खड़े होकर गुस्से में कुछ बोले, हालांकि बाद में उन्होंने अपने व्यवहार के लिए माफी मांगी और गुकेश की पीठ थपथपाई। इसके उलट मैच जीतने के बाद गुकेश बिलकुल शांत दीवार की तरफ चेहरा करके खड़े हो गए। कुछ देर तक वो बिल्कुल ऐसे गंभीर मुद्रा में खड़े रहे। इसके बाद वहां मौजूद दर्शक तालियां बजाने लगे। गुकेश से जब कार्लसन के रिएक्शन के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, जिस तरह से वह हारे, वह दिल तोड़ने वाला था, मैं इसे समझता हूं।

आपको बता दें कि नॉर्वे शतरंज को शतरंज के प्रमुख टूर्नामेंट में से एक माना जाता है। गुकेश इससे पहले नॉर्वे शतरंज के पहले दौर में कार्लसन से हार गए थे। अब छठे दौर में उन्होंने अपनी हार का बदला ले लिया। नॉर्वे शतरंज टूर्नामेंट में दो साल में ऐसा दूसरी बार हुआ जब भारतीय युवा खिलाड़ी ने शतरंज के सबसे महान खिलाड़ियों में से एक मैग्नस कार्लसन को हराकर क्लासिकल फॉर्मेट में अपनी पहली जीत दर्ज की। गुकेश से पहले पिछले साल प्रज्ञानंद ने मैग्नस कार्लसन को हराया था।