नई दिल्ली। पेरिस ओलंपिक में भारतीय पहलवान अंतिम पंघाल ने हाल ही में विवादित घटनाओं के बाद अपनी सफाई दी है। ओलंपिक के दौरान उनकी बहन के द्वारा खेल गांव में घुसने की कोशिश और उनके खुद के पेरिस छोड़ने के निर्णय पर कई अटकलें लगाई गई थीं। अंतिम ने इन अटकलों को गलत बताते हुए एक वीडियो जारी किया है जिसमें उन्होंने पूरा घटनाक्रम स्पष्ट किया है। 7 अगस्त को महिला फ्रीस्टाइल 53 किग्रा वर्ग के ओपनिंग राउंड में अंतिम पंघाल का मुकाबला तुर्की की पहलवान येनेप येटगिल से था। इस मुकाबले में अंतिम को 10-0 से हार का सामना करना पड़ा। हार के बाद अंतिम की तबियत खराब हो गई और वह होटल लौट गईं। अंतिम ने कहा कि उनकी तबियत बिगड़ने के कारण उनकी बहन ने खेल गांव में जाकर उनका सामान लाने की कोशिश की। बहन ने उनके एक्रीडिटेशन कार्ड का इस्तेमाल किया, जिसे सुरक्षाकर्मियों ने संदिग्ध मानकर हिरासत में ले लिया। इसके बाद, उसे पुलिस स्टेशन ले जाकर कार्ड की वैरिफिकेशन की गई। अंतिम ने बताया कि यह मामला केवल वैरिफिकेशन से संबंधित था और उनकी बहन को जल्द ही छोड़ दिया गया था।
कोच और कैब विवाद
अंतिम ने यह भी स्पष्ट किया कि कोच और कैब ड्राइवर के बीच झगड़े की खबरें भी गलत हैं। उन्होंने बताया कि बाउट हारने के बाद कोच खेल गांव में ही रुके थे और होटल पहुंचने के लिए कैब बुक की गई थी। भाषा की बाधा के कारण कुछ असुविधाएं हुईं, लेकिन यह झगड़ा नहीं था। अंतिम ने बताया कि उनकी भारत वापसी की फ्लाइट पहले से बुक थी और उनका पेरिस से निर्वासन का कोई मामला नहीं है। उन्होंने सभी से अपील की कि इस बारे में फैलाए जा रहे अफवाहों पर ध्यान न दें।
क्या था आईओए का निर्णय?
सूत्रों के अनुसार, भारतीय ओलंपिक एसोसिएशन (IOA) ने अंतिम पंघाल पर तीन साल का बैन लगाने का निर्णय लिया है। इस फैसले की औपचारिक घोषणा उनके भारत लौटने के बाद की जाएगी। अंतिम ने सभी से निवेदन किया है कि उनके बारे में अफवाहें न फैलाएं और उन्हें समर्थन प्रदान करें। इस पूरी घटना ने ओलंपिक खेलों के दौरान विवादों को जन्म दिया है, और इस पर आगे की कार्रवाई का इंतजार किया जा रहा है।