
नई दिल्ली। यूएई में खेले जा रहे एशिया कप 2022 में भारतीय टीम की पाकिस्तानी टीम पर जीत के बाद अब बुधवार को होने वाले मुकाबले में नजर सुपर-4 में पहुंचने पर होगी। पाकिस्तान के साथ मुकाबलों में कई खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन किया, लेकिन टीम मैनेजमेंट का सबसे ज्यादा चौंकाने वाला फैसला तब नजर आया जब उन्होंने चौथे नंबर पर रवींद्र जडेजा को बल्लेबाजी करने के लिए भेज दिया। सबको लग रहा था कि टीम का ये फैसला गलत साबित होगा, लेकिन ऐसा सोचने वालों को जडेजा ने ही गलत साबित कर दिया। उन्होंने टीम को निराश नहीं किया और बखूबी अपना रोल निभाया। जिस वक्त जडेजा पाकिस्तान के खिलाफ मैदान पर उतरे उस वक्त भारत की स्तिथि सही नहीं थी। बावजूद इसके जडेजा मैदान पर डटे रहे और टीम को जीत के करीब पहुंचाकर ही अपना विकेट विरोधियों को दिया। पाकिस्तान के साथ खेले गए मुकाबले में भारतीय हरफनमौला खिलाड़ी जडेजा ने 35 रनों की मैच जीताऊ पारी खेली।
खबर थी कि मैं मर गया हूं- रवींद्र जडेजा
अब हांगकांग मुकाबले से पहले रवींद्र जडेजा ने मीडिया से बात कर कुछ अहम बातों का खुलासा किया है। इस दौरान उन्होंने बताया कि वह कैसे अफवाहों और चुनौतियों से निपटते हैं। प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान एक पत्रकार ने सवाल किया कि आईपीएल के बाद अफवाह उड़ी थी कि जडेजा साल भर के लिए चोटिल हो गए है और अब टी-20 विश्व कप भी नहीं खेलेंगे। कुछ इस प्रकार के सवालों का जवाब देते हुए जडेजा ने कहा कि, ‘आपने ने तो बहुत ही छोटी बात कही है, खबर तो ये भी आई थी कि मैं मर गया हूं, इससे बड़ी खबर तो ही नहीं सकती। तो हां मैं इस पर ज्यादा ध्यान नहीं देता हूं। मुझे बस मैदान पर उतरकर प्रदर्शन करना है। मैं कड़ी मेहनत करता हूं और अपनी कमजोरियों में सुधार करता हूं, जो वास्तविक स्थितियों में मदद करता है। मैं बस इतना ही करता हूं, रोजाना गेंदबाजी, बल्लेबाजी और फील्डिंग।’
टी-20 में ज्यादा सोचने का समय नहीं होता- जडेजा
इसके बाद जडेजा ने कहा- ‘मैं जब भी क्रीज पर उतरता हूं तो बस स्थिति के अनुसार खेलता हूं। टी-20 में आपके पास सोचने के लिए ज्यादा समय नहीं होता है। आपको बस मैदान पर उतरकर खुद को जाहिर करना होता है। मुझे बल्लेबाजी करते हुए रन बनाने होते हैं और जरूरत पड़ने पर विकेट दिलाने होते हैं।’