नई दिल्ली। थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक में शुक्रवार को भारतीय बैडमिंटन टीम ने रिकॉर्ड कायम कर दिया। टीम ने थॉमस कप बैडमिंटन में रोमांचक सेमीफाइनल में डेनमार्क जैसी मजबूत और 2016 की चैंपियन रही टीम को 3-2 से हरा दिया। इसके साथ ही भारत की टीम इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट के फाइनल में पहली बार पहुंच गई। भारत इससे पहले इस टूर्नामेंट में 1979 के बाद से कभी भी सेमीफाइनल से आगे नहीं बढ़ सका था। डेनमार्क के खिलाफ विश्व चैंपियनशिप के सिल्वर मेडल विजेता किदांबी श्रीकांत और सात्विक साईराज, रंकी रेड्डी और चिराग शेट्टी ने भारत को फाइनल की दौड़ में बनाए रखा था। जबकि एचएस प्रणय ने डेनमार्क को हराकर इतिहास रचने में भारत की मदद की।
एचएस प्रणय का मुकाबला दुनिया के 13वें नंबर के खिलाड़ी रास्मस गेमके से था। प्रणय इस मैच के दौरान कोर्ट पर फिसल गए और उनका टखना चोटिल भी हुआ। इसके बाद उन्होंने मेडिकल टाइमआउट लिया और दर्द के बावजूद मैच में वापसी की अपनी चोट के बावजूद प्रणय ने रास्मस को 13-21, 21-09 और 21-12 से धूल चटा दी। इससे पहले भारतीय टीम ने गुरुवार को थॉमस कप में 5 बार चैंपियन रही मलेशिया को 2 के मुकाबले 3 से हराया था। इस बार मुकाबले में विश्व चैंपियनशिप के ब्रॉन्ज मेडलिस्ट लक्ष्य सेन डेनमार्क के विक्टर एक्सेलसेन से हार गए थे।
MISSION?
Dream of a billion plus just came true. Absolute champion stuff from our boys as they became the first ever ??team to advance into the ?????S of #ThomasCup
Kudos to entire coaching team & support staffs. Take a bow?@himantabiswa#ThomasCup2022#IndiaontheRise pic.twitter.com/cGdeFJIZD7
— BAI Media (@BAI_Media) May 13, 2022
डेनमार्क के खिलाफ शुक्रवार को दूसरे मैच में भारतीय टीम ने किम अस्ट्रप और मैथियास क्रिस्टियनसेन को 21-18, 21-23 और 22-20 से हरा दिया था। इससे भारत और डेनमार्क 1-1 की बराबरी पर हो गए थे। इसके बाद दुनिया के 11वें रैंकिंग के किदांबी श्रीकांत ने तीसरे नंबर के एंडर्स एंटोनसेन को 21-18-12-21 और 21-15 से हरा दिया। एक बार डेनमार्क और भारत 2-2 की बराबरी पर आ गए थे, लेकिन प्रणय के चमत्कारिक खेल से भारत ने अपने इस प्रतिद्वंद्वी को पछाड़कर बैडमिंटन के सुनहरे दौर में प्रवेश कर लिया।