
सिडनी। टी20 वर्ल्ड कप में पाकिस्तान को 4 विकेट से हराकर जोश से लबरेज टीम इंडिया का आज दूसरा मैच है। ये मैच नीदरलैंड के खिलाफ है। सिडनी के क्रिकेट ग्राउंड में मैच होना है। नीदरलैंड का टीम इंडिया के लिए खास महत्व है। नीदरलैंड को हराना हर बार भारत के लिए लकी साबित हुआ है। हालांकि, नीदरलैंड की खासियत उलटफेर करना भी है। ऐसे में टीम इंडिया को सचेत भी रहना होगा। पहले बात अगर उलटफेर की करें, तो नीदरलैंड ने साल 2009 और 2014 के वर्ल्ड कप में अपनी से तगड़ी इंग्लैंड को परास्त किया था। ऑस्ट्रेलिया की पिच भी उसके तेज गेंदबाजों के लिए काफी बेहतर मानी जा रही हैं।
इससे पहले टीम इंडिया और नीदरलैंड के बीच मैचों की बात करें, तो दोनों के बीच वन-डे वर्ल्ड कप में दो बार मुकाबला हो चुका है। ये मुकाबले 2003 और 2011 में हुए थे। दोनों ही बार टीम इंडिया ने नीदरलैंड को हराया था। टी20 फॉर्मेट में पहली बार दोनों टीमें एक-दूसरे के सामने हैं। वन-डे वर्ल्ड कप में भारत ने जब भी नीदरलैंड को हराया, वो फाइनल तक पहुंचा। यहां तक कि 2011 में महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में भारत वर्ल्ड चैंपियन भी बना था। जबकि, 2003 में टीम इंडिया सौरव गांगुली की कप्तानी में रनर्स अप रही थी। इसी वजह से नीदरलैंड को टीम इंडिया का लकी चार्म माना जाता है।
ऑस्ट्रेलिया में हो रहे टी20 वर्ल्ड कप की बात करें, तो भारत ने दिवाली के मौके पर अपने पुराने प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान को रोमांचक मैच में हराया था। रोहित शर्मा की टीम की पाकिस्तान पर इस जबरदस्त जीत का सेहरा विराट कोहली के सिर बंधा था। नीदरलैंड की बात करें, तो उसने अब तक 3 में से 2 मैच जीते हैं और सुपर-12 के लिए क्वालिफाई किया है। बांग्लादेश से नीदरलैंड ने 9 विकेट से मैच गंवाया भी है। आज उसका इरादा उलटफेर करने का जरूर होगा और ऐसे में नीदरलैंड के गेंदबाज अपना पूरा दमखम लगाएंगे। यानी इस मैच में भी टॉस का बड़ा रोल होने वाला है।