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Sania-Shoaib Divorce: ‘शोएब ने नहीं, सानिया ने दिया है तलाक! जानिए क्या होता है ‘खुला’ जिसके बारे में भारतीय टेनिस स्टार के पिता ने बताया?

Sania-Shoaib Divorce: इस्लामी कानून में, “खुला” एक ऐसी प्रक्रिया है जिसके माध्यम से एक मुस्लिम महिला अपने पति से तलाक मांग सकती है। पति द्वारा दिए गए तलाक के विपरीत, खुला की शुरुआत पत्नी द्वारा की जाती है। “खुला” शब्द का अर्थ ही “खोलना” या “गांठ को ढीला करना” है। खुला पाने के लिए, एक महिला को आमतौर पर किसी धार्मिक गुरु से विवाह विच्छेद का अनुरोध करना पड़ता है।

नई दिल्ली। बीते काफी समय से पाकिस्तानी क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान शोएब मालिक और भारतीय टेनिस स्टार सानिया मिर्जा के बीच तलाक के बाद शोएब तीसरी बार निकाह कर चुके हैं। लेकिन कई लोगों के मन में जाहिर तौर पर ये सवाल होगा कि जब सानिया और शोएब एक दूसरे के साथ करीब 23 साल तक ख़ुशी ख़ुशी साथ रहे फिर अचानक दोनों के बीच दूरियां कैसे बढीं, क्या शोएब ने सानिया मिर्जा को तलाक दिया था? इस पर अब सानिया मिर्जा के पिता इमरान मिर्जा ने स्पष्टीकरण दिया है। उन्होंने दोनों के बीच तलाक को लेकर असलियत से दुनिया को रूबरू कराते हुए कहा कि ये तलाक़ सानिया की तरफ से दिया गया था, जिसको इस्लाम में ‘खुला’ बोलते हैं..

क्या होता है ‘खुला’ ?

इस्लामी कानून में, “खुला” एक ऐसी प्रक्रिया है जिसके माध्यम से एक मुस्लिम महिला अपने पति से तलाक मांग सकती है। पति द्वारा दिए गए तलाक के विपरीत, खुला की शुरुआत पत्नी द्वारा की जाती है। “खुला” शब्द का अर्थ ही “खोलना” या “गांठ को ढीला करना” है। खुला पाने के लिए, एक महिला को आमतौर पर किसी धार्मिक गुरु से तलाक का अनुरोध करना पड़ता है। इस प्रक्रिया में पत्नी द्वारा तलाक के लिए पति की सहमति के बदले में उसे कुछ मूल्यवान वस्तु (जैसे दहेज लौटाना) देना शामिल हो सकता है। यदि पति सहमत हो तो तलाक हो जाता है।

इस्लामी कानून में कैसे होता है ‘खुला’?

इस्लामी न्यायशास्त्र विशिष्ट परिस्थितियों में खुला मांगने के महिला के अधिकार को स्वीकार करता है, जैसे कि जब विवाह अस्थिर हो गया हो, और पत्नी का मानना ​​है कि संबंध जारी रखना उसकी भलाई के लिए हानिकारक है। हालाँकि, खुला के लिए विशिष्ट नियम और प्रक्रियाएँ इस्लाम के भीतर विचार के विभिन्न विद्यालयों द्वारा अपनाई जाने वाली इस्लामी कानून की व्याख्या के आधार पर भिन्न हो सकती हैं।