
नई दिल्ली। भारतीय टेस्ट क्रिकेट टीम के कप्तान के तौर पर जसप्रीत बुमराह को प्रबल दावेदार माना जा रहा था मगर उनकी जगह शुभमन गिल को कप्तान बना दिया गया। इस बात को लेकर काफी सवाल भी उठ रहे थे कि आखिर बुमराह को कप्तानी क्यों नहीं सौंपी गई? अब भारत के स्टार गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने खुद इस पूरे मामले में बड़ा खुलासा किया है। बुमराह ने कहा कि बीसीसीआई ने मेरे नाम को लेकर विचार किया था लेकिन मैंने खुद कप्तान बनने से इनकार किया और अपने फैसले से बीसीसीआई को अवगत कराया। बुमराह ने कहा कि अपनी फिटनेस को देखते हुए मैंने कप्तानी न करने का निर्णय लिया। मेरी प्राथमिकता टीम का हित और मेरी फिटनेस है।
बुमराह ने इंग्लैंड दौरे को लेकर कहा कि मैं नहीं चाहता कि तीन मैच में कप्तानी मैं करूं और बाकी के दो मैच में कोई और टीम की कमान संभाले। यह टीम के लिए अच्छा नहीं होगा। भारतीय गेंदबाज ने बताया कि रोहित शर्मा और विराट कोहली के टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने से पहले, आईपीएल के दौरान मैंने बीसीसीआई से बात की थी और भारत-इंग्लैंड के बीच होने वाली टेस्ट सीरीज से पहले अपने वर्कलोड को लेकर भी विचार किया।
इस दौरान मैंने अपने फिटनेस कोच, फिजियों से भी बात की, जो मेरी पीठ और कमर का ध्यान रखते हैं। जिसके बाद हम इस नतीजे पर पहुंचे कि मेरी फिटनेस को लेकर हमें और स्मार्ट होने की जरूरत है। इसके बाद मैंने बीसीसीआई से बात की और बताया कि मैं कप्तानी के लिए तैयार नहीं हूं। हालांकि बुमराह ने यह भी कहा कि मैंने कप्तान बनने के लिए बहुत मेहनत की थी लेकिन दुर्भाग्यवश कई बार चीजें आपने अनुरूप नहीं होतीं। बुमराह ने कहा कि मेरे लिए कप्तानी नहीं क्रिकेट जरूरी है और इसीलिए मैंने टीम के हित को देखते हुए अपना फैसला लिया।