
नई दिल्ली। क्रिकेट की दुनिया में क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले क्रिकेट खिलाड़ी सचिन तेंदुलकर का आज जन्मदिन है। 24 अप्रैल 1973 को मुंबई में जन्म लेने वाले सचिन ने बहुत छोटी सी उम्र में वो मुकाम हासिल कर लिया था, जो बहुत कम लोग हासिल कर पाते हैं। कई लोगों का सपना केवल सपना बनकर ही रह जाता है। सचिन ने अपने बल्ले से ऐसी कहानी लिखी, जिसे किसी के लिए भी भुला पाना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन भी है। एक दौर था, जब सचिन केवल एक नाम नहीं लोगों के दिलों की धड़कन हुआ करते थे। सचिन एक ऐसी शख्सियत हैं, जिन्होंने इस देश में क्रिकेट को नए मुकाम पर पहुंचा दिया। कई खिलाड़ियों के प्रेरणास्रोत रहे, सचिन का क्रिकेट-सफर बचपन से ही शुरू हो गया था। 12 साल की उम्र में ही उन्होंने अंडर-17 हैरिस शील्ड में अपने स्कूल की तरफ से खेलते हुए शतक लगा दिया था।
14 साल की उम्र में अपने दोस्त विनोद कांबली के साथ मिलकर 664 रन की रेकॉर्ड साझेदारी की। 15 साल की उम्र में उन्होंने मुंबई के लिए फर्स्ट क्लास डेब्यू किया और अगले ही साल उन्हें भारतीय टीम में शामिल कर लिया गया। साल 1989 में सचिन ने कराची में पाकिस्तान के खिलाफ अपना पहला टेस्ट मैच खेला। 17 साल की उम्र में उन्होंने इंग्लैंड के ओल्ड ट्रैफर्ड मैदान में अपना पहला टेस्ट शतक जड़ा। सचिन भारत की ओर से टेस्ट क्रिकेट खेलने वाले सबसे छोटी उम्र के शतकवीर बने।
सचिन अपने करियर के शुरूआती दौर में ही कमाल करके ठहर नहीं गए। उनका ये जादू आगे तक चलता रहा। साल 2000 में वो अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में 50 शतक लगाने वाले पहले क्रिकेटर का दर्जा हासिल किया। साल 2003 में उन्होंने वर्ल्ड कप में 673 रन बनाए, जो कि एक वर्ल्ड कप में सबसे ज्यादा रन का रेकॉर्ड है। साल 2008 में सचिन ब्रायन लारा को पछाड़ते हुए टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज बने। उम्र बढ़ने के साथ जैसे उनकी एनर्जी में भी बढ़ोत्तरी हो रही थी।
36 की उम्र में उन्होंने वनडे क्रिकेट में दोहरा शतक जड़ा। सचिन पुरुष क्रिकेट में दोहरा शतक लगाने वाले पहले क्रिकेटर बने। सचिन के नाम टेस्ट और वनडे-दोनों में सबसे अधिक रन और शतक बनाने का रेकॉर्ड है। सचिन अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में 100 शतक लगाने वाले इकलौते क्रिकेट खिलाड़ी हैं। साल 2013 में उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से मुंबई के वानखेड़े मैदान पर संन्यास का ऐलान कर दिया।