नई दिल्ली। युवा सलामी बल्लेबाज देवदत्त पडिक्कल को लगता है कि आगामी महाराजा केएससीए ट्रॉफी कर्नाटक में प्रतिभाशाली क्रिकेटरों के लिए एक बेहतरीन मंच प्रदान करेगी। टूर्नामेंट के हालिया ड्राफ्ट में, पडिक्कल को भारत और कर्नाटक के सहयोगी मनीष पांडे के साथ गुलबर्गा मिस्टिक टीम में शामिल किया गया था।पडिक्कल इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के लिए शानदार प्रदर्शन के साथ राष्ट्रीय टीम में भी रहे हैं। इससे पहले 2022 सीजन से पहले मेगा-नीलामी में राजस्थान रॉयल्स द्वारा चुने गए थे, जहां वे उपविजेता रहे थे। वह पूर्ववर्ती कर्नाटक प्रीमियर लीग (केपीएल) में बेल्लारी टस्कर्स के लिए भी खेल चुके हैं।
उन्होंने कहा, “कर्नाटक में काफी प्रतिभा है और मैंने बड़े होने के दौरान ज्यादातर खिलाड़ियों के साथ खेला है। मैंने राज्य के विभिन्न हिस्सों से खिलाड़ियों को आते देखा है। इसलिए, वे बेंगलुरु के खिलाड़ियों से कम प्रतिभाशाली नहीं हैं।” इसके बाद उन्होंने कहा, “उन्हें निश्चित रूप से अवसर दिए जाने की आवश्यकता है और मुझे लगता है कि यह टूर्नामेंट वह अवसर प्रदान करेगा।” बता दें कि पडिक्कल ने पिछले साल श्रीलंका के अपने दौरे पर भारतीय टीम के लिए दो टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले थे, मैदान पर अपना सर्वश्रेष्ठ देने के लिए दृढ़ विश्वास रखते हैं, भले ही उन्हें प्लेइंग इलेवन में चुना गया हो या नहीं।
उन्होंने कहा, “केपीएल भी मेरे लिए सही समय पर आया क्योंकि मुझे लगता कि मैं यहां बेहतर प्रदर्शन करने के लिए तैयार हूं। भारत में कहीं भी किसी भी युवा क्रिकेटर के लिए बहुत अच्छा मंच है। पडिक्कल ने कहा, “जब मैं अंडर-16 में खेल रहा था, तब चयन और टीम के लिए खेलने के लिए चुने जाने के मामले में मेरी मानसिकता बदल गई, और अगर मुझे नहीं चुना गया होता, तो यह मुझे कभी परेशान नहीं करता। मैं सिर्फ खेल खेलने और आनंद लेने की कोशिश कर रहा था।”