
नई दिल्ली। एक पल के जरा महसूस कीजिए, उस मां पर क्या बीती होगी, जब उसके बेटे पर देश से गद्दारी का आरोप लगा होगा। जरा महसूस कीजिए, उस मां पर क्या बीती होगी, जब उसके बेटे का परिवार तहस-नहस हो चुका था। जरा महसूस कीजिए ना, उस मां पर क्या बीती होगी, जब उसके बेटे पर उसी की बहू ने रेप का आरोप लगा दिया था। जरा महसूस कीजिए ना, उस मां पर क्या बीती होगी, जब उसके बेटे ने दो बार आत्महत्या की कोशिश तक की थी। इन बातों को सोचकर ही रूह कांप जाती है। रोंगटे खड़े हो जाते हैं। दिल दहल जाता हैं। संवेदनाएं झिझक उठती है। आंखें नम हो जाती हैं, लेकिन वो कहते हैं ना कि वक्त करवट बदलता जरूर है और आज इस वक्त ने करवट बदला है। कल तक जो खिलाड़ी आत्महत्या करना चाहता था। वो आज अपनी जिंदगी को खुली किताब की तरह जीना चाहता है। कल तक जिस खिलाड़ी पर देशद्रोह के आरोप लगाए जा रहे थे। आज उस खिलाड़ी की तारीफ खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की है। यकीन मानिए , महज भारत ही नहीं, बल्कि समस्त क्रिकेट समुदाय उस खिलाड़ी का कायल हो चुका है।
जी हां…. बिल्कुल सही समझ रहे हैं आप…. हम बात कर रहे मोहम्मद शमी की। जी वही शमी, जिन्होंने अकेले के दम पर कंगारूओं के सात विक्रेट चटाकर उनकी हालत खराब कर दी। यह कहना अतिशोयक्ति नहीं होगा कि शमी की बदौलत ही टीम इंडिया फाइनल में अपना टिकट बुक करा पाई है, नहीं तो कीवियों को हल्के में लेना टीम इंडिया को भी भारी पड़ सकता था, लेकिन इससे पहले कि वो भारी पड़ते शमी ने सभी कीवियों को गुब्बारे की तरह हल्का कर चलता कर दिया। आज पूरा देश शमी की दीवाना है। सीएम योगी ने तो उनके नाम का स्टेडियम भी बनाने का ऐलान कर दिया है।
उधर, आज शमी की मां को भी अपने बेटे के इस कामयाबी पर फक्र है। उन्होंने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि मेरा बेटा पहले जिंदगी से तंग था, लेकिन आज वो जिंदगी जीना चाहता है। मेरे गांव का हर बेटा मेरे लिए शमी के जैसा ही है। वहीं, मुझे पूरा विश्वास है कि टीम इंडिया ही फाइनल की ट्रॉफी अपने नाम करेगी। सनद रहे कि रविवार को अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में टीम इंडिया का मुकाबला ऑस्ट्रेलिया से होगा, जिसे देखने खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी पहुंचेंगे। इस खास मौके पर पूरे अहमदाबाद को दुल्हन की तरह सजा दिया गया है।
उधर, वर्ल्ड कप के इस फाइनल मुकाबले को लेकर शमी के गांव में भी खासा उत्साह है। लोगों में शमी की गेंदबाजी देखने की आतुरता अपने चरम पर पहुंच चुकी है। वहीं, शमी के साथ रहने वाले कुछ लोगों ने उनके बचपन के बारे में भी बताया। उन्होंने बताया कि शमी का नाम बचपन में ही आसपास के गांवों में फैल गया था, तो कुल मिलाकर आप सहज ही अंदाजा लगा सकते हैं कि वर्ल्ड के फाइनल मुकाबले को लेकर शमी के गांव में कितना उत्साहित माहौल है। प्रशंसकों को पूरी उम्मीद और आशा है कि इस बार टीम इंडिया ही फाइनल की ट्रॉफी अपने नाम करेगी।