
नई दिल्ली। ओलंपिक चैंपियन भाला फेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा ने शुक्रवार को एक और इतिहास रच दिया है और इसके साथ ही ऐतिहासिक उपलब्धि भी हासिल कर ली है। नीरज चोपड़ा ने लुसाने डायमंड लीग 2022 का खिताब अपने नाम कर लिया है। इसके साथ ही वह पहले भारतीय बन गए हैं जिसने इस लीग को जीता है। नीरज चोपड़ा ने 89.08 मीटर के अपने पहले थ्रो के साथ लुसाने डायमंड लीग जीती है। हाल ही में नीरज ने भारत को वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप में सिल्वर मेडल दिलाया था। साल 2003 में अंजू बॉबी जॉर्ज के बाद वह ऐसा करने वाले सिर्फ दूसरे खिलाड़ी बने। फाइनल में नीरज ने 88.13 मीटर दूर तक भाला थ्रो किया था और रजत मेडल अपने नाम किया था।
कॉमनवेल्थ गेम्स में शामिल नहीं हुए थे
वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप में जेवलिन फाइनल के वक्त नीरज चोपड़ा चोटिल हो गए थे। फाइनल में नीरज अपनी जांघ पर पट्टी लपेटे हुए भी दिखाई दिए थे। अब उसी चोट के कारण से नीरज कॉमनवेल्थ गेम्स का हिस्सा नहीं बन पाए थे। साल 2018 कॉमनवेल्थ गेम्स में स्वर्ण पदक अपने नाम करने वाले नीरज अपनी चोट के कारण से 2022 में भाग नहीं ले पाए थे।
डायमंड लीग का खिताब किया अपने नाम
हरियाणा में पानीपत के पास खंडरा गांव निवासी नीरज चोपड़ा डायमंड लीग का खिताब जीतने वाले पहले भारतीय बन गए हैं। वहीं नीरज से पहले, डिस्कस थ्रोअर विकास गौड़ा डायमंड लीग मीटिंग में शीर्ष तीन में रहने वाले एकमात्र भारतीय हैं। गौड़ा 2 बार साल 2012 में न्यूयॉर्क में और 2014 में दोहा में दूसरे और 2015 में शंघाई और यूजीन दो मौकों पर तीसरे स्थान पर रहे थे। वहीं टोक्यो ओलंपिक के सिल्वर पदक अपने नाम करने वाले विजेता जैकब वाडलेज्च 85.88 मीटर के सर्वश्रेष्ठ थ्रो के साथ दूसरे स्थान पर बने रहे, जबकि यूएसए के कर्टिस थॉम्पसन 83.72 मीटर के सर्वश्रेष्ठ कोशिशों के साथ तीसरे स्थान पर रहे।