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Tokyo Olympics : ओलंपिक सेमीफाइनल में हारी भारतीय महिला हॉकी टीम, अब ब्रॉन्ज पर होगी निगाहें

Tokyo Olympic : इस मैच के बाद भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने टीम का हौसला बढ़ाते हुए कहा कि, एक चीज जिसे हम टोक्यो 2020 के लिए याद रखेंगे, वह है हमारी हॉकी टीमों का शानदार प्रदर्शन।

नई दिल्ली। टोक्यो ओलंपिक के 13वें दिन भारत को उम्मीदें थी कि उसके खाते में गोल्ड मेडल आ सकता है। लेकिन इस उम्मीद में गोल्ड मेडल कांस्य पदक में बदलता दिखाई दे रहा है। बता दें कि तो सबसे बड़ी खबर महिला हॉकी टीम से जुड़ी सामने आई है। टोक्यो ओलंपिक में महिला हॉकी टीम सेमीफाइनल के मुकाबले में अर्जेंटीना से 2-1 से हार गई है। हालांकि महिला हॉकी टीम के सामने अभी कांस्य जीतने का मौका बना हुआ है। बता दें कि भारतीय टीम अब कांस्य पदक के लिए ग्रेट ब्रिटेन से भिड़ेगी। टीम इंडिया ने इस सेमीफाइनल के मैच में चौथे क्वार्टर में अच्छी शुरुआत की। टीम अटैक मोड में खेल रही थी, वहीं गुरजीत कौर को मैच में चौथा पेनल्टी कॉर्नर मिला था। गुरजीत कौर ने शॉट लगाया, लेकिन अर्जेंटीना की गोलकीपर के चौकन्ने रहने की वजह से गोल नहीं हो पाया। जिसकी वजह से भारत 1-2 से पीछे चला गया। फिलहाल बता दें कि भारत की पुरुष हॉकी टीम भी इससे पहले सेमीफाइनल में ही अपना मैच हार गई थी। उनका मुकाबला बेल्जियम के साथ था।

वहीं इस मैच के बाद भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने टीम का हौसला बढ़ाते हुए कहा कि, “एक चीज जिसे हम टोक्यो 2020 के लिए याद रखेंगे, वह है हमारी हॉकी टीमों का शानदार प्रदर्शन। आज और पूरे खेलों में हमारी महिला हॉकी टीम ने धैर्य के साथ खेला और शानदार कौशल दिखाया। टीम पर गर्व है। आगे के खेल और भविष्य के प्रयासों के लिए शुभकामनाएं।”

चमके रवि कुमार दहिया

रेसलर रवि कुमार दहिया ने बुधवार को भारत को अच्छी खबर दी। बता दें कि भारत के लिए पहलवान रवि कुमार दहिया ने 57 किलोग्राम भार वर्ग में कजाकिस्तान के नुरिस्लाम सनायेव को हराकर फाइनल में प्रवेश कर लिया है। इसके साथ ही भारत के लिए पहला सिल्वर मैडल पक्का हो गया है। भारत के लिए टोक्यो ओलंपिक के मंच से यह बड़ी उपलब्धि है। इसके साथ ही भारत के नाम टोक्यो ओलंपिक में चौथा मेडल पक्का हो गया है।

Ravi Kumar Dahiya

इससे पहले आज भारतीय बॉक्सर लवलीना बोरगोहेन को सेमीफाइनल मुकाबले में तुर्की की मुक्केबाज बुसेनाज सुरमेनेली से हार का सामना करना पड़ा था। हालांकि हार के बाद भी भारत को इस मुकाबले में कांस्य पदक से संतोष करना पड़ा। लेकिन  बात करें तो कुश्ती की तो रवि कुमार दहिया ने इतिहास रच दिया है। उन्होंने कजाकिस्तान के पहलवान को पटखनी देकर फाइनल में अपनी जगह तो पक्की की हीं साथ ही भारत को गोल्ड मैडल के एक कदम और करीब ले गए। इससे पहले रवि कुमार दहिया ने क्वार्टर फाइनल में बुल्गारिया के जॉर्डी वैंगेलोव को 14-4 से हराकर सेमीफाइनल में पहुंचे थे।