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WTC Final: 2 दिनों में घुटने पर रोहित की सेना, कैसे होगी वर्ल्ड कप की नैया पार? यहां समझिए बचे 3 दिन के खेल का पूरा समीकरण

WTC Final: अगर किसी भी परिस्थिति में भारतीय टीम दूसरी पारी खेलती है तो बल्लेबाजों को 3 शतक या कम से कम एक दोहरा शतक लगाना होगा। 50-60 रन बनाकर वर्ल्ड कप की नैया पार नहीं होगी। अगर टीम इंडिया चौथी पारी खेलती है तो उसे या तो लक्ष्य हासिल करना होगा या मैच को ड्रॉ कराने पर फोकस करना होगा।

नई दिल्ली। इंग्लैंड के ओवल में जब WTC का फ़ाइनल जब शुरू हुआ तो तीन विकेट चटकाने के बाद ऐसा लग रहा था कि टीम इंडिया शुरुआत से ही ऑस्ट्रेलिया पर भारी पड़ेगी और भारतीय टीम भी काफी उत्साह में दिख रही थी। लेकिन ऑस्ट्रेलिया ने पहले दिन 2 और दूसरे दिन 3 सत्र में पूरे मैच का पासा पलट कर रख दिया है। ऑस्ट्रेलिया के सलामी बल्लेबाज ट्रेविस हेड और स्टीव स्मिथ के शतक ने 469 रनों का पहाड़ खड़ा कर दिया। तो वहीं भारत ने 151 रनों तक आते-आते अपने 5 विकेट कंगारुओं की झोली में डाल दिए। वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप का ख़िताब अपने नाम करने के मंसूबे से मैदान पर उतरी भारतीय टीम अब मुश्किलों में है और बचे 3 दिनों में आर या पार की लड़ाई है। तो चलिए आपको समझाते हैं इस मुकाबले का समीकरण, जिससे भारत फाइनल को बचाने में कामयाब हो सकता है।

क्या रहाणे अकेले बचा पाएंगे फॉलोऑन?

भारतीय टीम आज जब बैटिंग के लिए मैदान पर उतरेगी तो उनका पहला लक्ष्य फॉलोऑन बचाना होगा। इसके लिए इंडियन टीम को 119 रन और जोड़ने होंगे। इस वक़्त क्रीज पर आजिंक्य रहाणे और केएस भारत हैं। जबकि शार्दुल ठाकुर के रूप में अब एकमात्र खिलाड़ी भारत के पास बचा है जो बल्लेबाजी की कमान संभाल सकता है। अगर ऐसे में भारतीय टीम फॉलोऑन पार कर पाती है तो ये किसी जादू से कम नहीं होगा। रहाणे को अपना सर्वश्रेष्ठ देना होगा। इसके लिए उन्हें दूसरे छोर पर भी सपोर्ट की जरुरत पड़ेगी।

अगर फॉलोऑन चूके तब क्या?​

अगर इंडियन टीम फॉलोऑन क्रॉस नहीं कर पाती है तो उनके लिए मुश्किलें और बढ़ जाएंगी। ऑस्ट्रेलिया बैटिंग करने उतरता है तो सारा दारोमदार भारतीय गेंदबाजों पर होगा। भारतीय गेंदबाजों को अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन देना होगा।

नहीं चलेगा 50-60 रन से काम, देना होगा 3 शतक या एक दोहरा

अगर किसी भी परिस्थिति में भारतीय टीम दूसरी पारी खेलती है तो बल्लेबाजों को 3 शतक या कम से कम एक दोहरा शतक लगाना होगा। 50-60 रन बनाकर वर्ल्ड कप की नैया पार नहीं होगी। अगर टीम इंडिया चौथी पारी खेलती है तो उसे या तो लक्ष्य हासिल करना होगा या मैच को ड्रॉ कराने पर फोकस करना होगा।

पैट कमिंस की रणनीति से करनी होगी कप्तानी​

आईपीएल खेलकर वापस आए गेंदबाजों से कप्तान रोहित ने लंबे-लंबे स्पेल कराए। नतीजा ये हुआ कि शमी और सिराज जल्दी ही थक गए। इस बात का कमेंट्री बॉक्स में बैठे सुनील गावस्कर और सौरव गांगुली भी मजाक बनाते दिखे। जबकि कंगारुओं ने शुरुआत  के 10 ओवरों में 3 गेंदबाजों का इस्तेमाल किया। बोलैंड, स्टार्क और खुद पैट कमिंस ने मोर्चा संभाला। 12वें ओवर में कैमरून ग्रीन को गेंद पकड़ा दी। इस तरह ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों को आराम करने का समय मिला। रोहित को भी दूसरी पारी में ये तरीका अपनाना होगा।

बारिश, बादल और किस्मत के सहारे टीम इंडिया

इतना सब करने के बाद भी भारतीय टीम को किस्मत का साथ चाहिए। अगर मैच के दौरान बारिश होती है तो पेसर्स को फायदा होगा। अगर भारतीय पारी ऑस्ट्रेलिया के बाद हुई और बीच में बारिश जैसी स्थिति पैदा होती है तो भारतीय गेंदबाजों के लिए ये एक सुनहरा अवसर होगा।