नई दिल्ली। भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने इंग्लैंड की धरती पर शानदार प्रदर्शन करते हुए करीब 23 साल बाद इंग्लैंड की धरती पर कोई सीरीज अपने नाम की है। इसके साथ ही आज खेले जा रहे मैच में भारतीय टीम के पास इंग्लैंड की ही धरती पर उनका सूपड़ा साफ करने का मौका है। जानकारी के लिए बता दें कि भारतीय टीम ने तीम मैचों की वनजे सीरीज में अपना पहला और दूसरा वनडे मैच 88 रनों से अपने नाम किया। इस हिसाब से भारतीय टीम इस सीरीज में 2-0 की बढ़त के साथ आगे है। ये जीत भारतीय टीम की सिनियर गेंदबाज झूलन गोस्वामी के लिए खास होने वाली है। भारतीय टीम के लिए महिला क्रिकेट में अभूतपूर्व योगदान देने वाली गेंदबाज झूलन गोस्वामी का ये आखिरी मैच होने वाला है। इस मैच के बाद भारत की यह स्टार गेंदबाज इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कहने वाली हैं। इसी कड़ी में भारतीय टीम झूलन गोस्वामी को को एक यादगार विदाई देने के लिए भी तैयार दिख रही है।
लॉर्डस में आज यानी शनिवार को भारतीय महिला क्रिकेट टीम तीम मैचों की टी-20 सीरीज का आखिरी मैच खेल रही है। वहीं, झूलन गोस्वामी भी इस मैच बाद इंटरनेशनल क्रिकेट खेलती हुई नजर नहीं आएंगी। हर खिलाड़ी के संन्यास का फैसला उसके जीवन का एक भावुक व महत्वपूर्ण पल होता है। साल 2002 में झूलन ने चेन्नई में इग्लैंड के खिलाफ ही एकदिवसीय मैच में डेब्यू किया था। उस वक्त झूलन गोस्वामी 19 साल की थी। इन दो दशकों में झूलन ने महिला अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में कई रिकार्ड अपने नाम किए।
भारतीय महिला क्रिकेट के एक युग का अंत
झूलन गोस्वामी से पहले इसी साल भारतीय टीम की पूर्व महिला कप्तान मिताली राज ने भी संन्यास की घोषणा की थी। ये ही वजह है कि कई लोग इस साल भारतीय क्रिकेट के एक स्वर्णिम युग का अंत हो गया है। जानकारी के लिए बता दें कि अभी तक मिताली राज को विदाई नहीं मिली है, क्योंकि इस साल की शुरुआत में भारतीय महिला टीम दक्षिण अफ्रीका के साथ हारने के बाद विश्व कप से बाहर हो गया था। अब इसके बाद झूलन गोस्वामी की विदाई हरमनप्रीत कौर की अगुवाई वाली टीम करने वाली है। झूलन गोस्वामी भारतीय टीम के कई यादगार पलों का हिस्सा रही और इस महान महिला गेंदबाज ने अपने दम पर भी कई मैचों में भारतीय टीम का परचम विश्व स्तर पर लहराया है।