नई दिल्ली। भारतीय टीम के पूर्व दिग्गज तेज गेंदबाज वेंकटेश प्रसाद आज अपना 53वां जन्मदिन सेलीब्रेट कर रहे हैं। प्रसाद का जन्म आज ही के दिन 5 अगस्त 1969 में बेंगलुरु में हुआ था। उन्होंने देश के लिए सबसे पहले वनडे क्रिकेट से अपने करियर की शुरुआत की। वेंकटेश ने अपना पहला वनडे मुकाबला 2 अप्रैल साल 1994 में न्यूजीलैंड के खिलाफ क्राइस्टचर्च में खेला। इस मुकाबले में उन्होंने नौ ओवर की गेंदबाजी की। हालांकि, इस वक्त कोई भी सफलता उनके हाथ नहीं लगी थी। वेंकटेश प्रसाद नूपुर शर्मा पर दिए गए बयान को लेकर चर्चा में हैं। सोशल मीडिया पर वेंकटेश को लेकर अब कई तरह की प्रतिक्रियाएं आ रही हैं जिसमें पाकिस्तान के कुछ यूजर भी हैं। ऐसा ही एक यूजर मुराद ने वेंकटेश पर कटाक्ष किया और उन्हें साल 1996 विश्व कप के वक्त आमिर सोहेल के साथ हुए ‘लड़ाई’ की याद दिलााई।
वेंकटेश का प्रदर्शन
इस मुकाबले के बाद से उन्होंने देश के लिए कुल 161 वनडे मुकाबले खेले। इस वक्त उन्होंने 160 पारियों में 32.3 की औसत से 196 सफलता प्राप्त की। इनके नाम वनडे प्रारूप में 3 बार 4और एक बार5 विकेट लेने का कारनामा है। वनडे प्रारूप के अलावा उन्होंने देश के लिए टेस्ट प्रारूप में 2 साल बाद साल 1996 में इंग्लैंड के खिलाफ बर्मिंघम में डेब्यू किया। डेब्यू मुकाबले की पहली पारी में वह 4 विकेट चटकाने में कामयाब रहे। इसके अलावा दूसरी पारी में भी उन्होंने दो अहम विकेट लगाए थे। वेंकटेश प्रसाद ने अपने टेस्ट करियर में कुल 33 मुकाबले खेले है। इस वक्त उन्हें 58 पारियों में 35.0 की औसत से 96 सफलता प्राप्त हुई। प्रसाद के नाम टेस्ट क्रिकेट में एक बार चार और सात बार पांच विकेट लेने का कारनामा है। टेस्ट क्रिकेट में उनका सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी प्रदर्शन 33 रन खर्च कर 6 विकेट है।
पाकिस्तान से 36 का आंकड़ा
आज तक क्रिकेटर का सामना जब भी मैदान में पाक टीम से हुआ उनका प्रदर्शन हमेशा शानदार रहा। इसके अलावा पाक खिलाड़ियों के साथ उनके रिश्ते भी काफी तीखे रहे है। साल 1996 में मुकाबले का रोमांच अपने चरम पर था, जब वर्ल्ड कप में भारत और पाक की टीम आमने-सामने थी। इस बीच टीम इंडिया के लिए मैच का 15वां ओवर वेंकटेश प्रसाद लेकर आए। उनके इस ओवर की 5वीं गेंद पर विपक्ष की टीम के कप्तान आमिर सोहेल ने एक बेहतरीन चौका जड़ा और इसके बाद अपना बल्ला दिखाते हुए उन्हें चिढ़ाने लगे। मैदान में पाक टीम के कप्तान सोहेल के इस हरकत को देख हर कोई दंग रह गया था। हालांकि, प्रसाद इस वक्त खामोश रहे और अगली ही बॉल पर विपक्षी बल्लेबाज को आउट कर करारा जवाब दिया। प्रसाद के इस रिवेंज को क्रिकेट के इतिहास में हमेशा याद किया जाता है। वेंकटेश प्रसाद के इस वाक्य को देख के यही बात याद आती है कि आप अपने दुश्मन को अपनी सफलता से जवाब दो।