
नई दिल्ली। पूर्व भारतीय क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग ने भारतीय क्रिकेट टीम की जर्सी पर प्रदर्शित नाम में महत्वपूर्ण बदलाव की मांग की है। सहवाग का तर्क है कि आगामी विश्व कप के दौरान ‘इंडिया’ के बजाय इसका नाम ‘भारत’ होना चाहिए। यह उत्साही अपील उनकी पसंद के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म, ट्विटर के माध्यम से की गई थी, जहां उन्होंने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) और उसके सचिव, जय शाह को भी टैग किया था।
राष्ट्रीय गौरव का विषय
सहवाग ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में एक ऐसे नाम के महत्व पर जोर दिया जो हर भारतीय में गर्व पैदा करेगा। उन्होंने जोर देकर कहा, “हम भारतीय हैं। ‘इंडिया’ नाम हमें अंग्रेजों द्वारा दिया गया था, और हमें आधिकारिक तौर पर अपने मूल नाम ‘भारत’ को पुनः प्राप्त करने में काफी समय लगा है।”
विश्व कप के लिए टीम ‘भारत’
क्रिकेटर ने बीसीसीआई के पोस्ट को रीपोस्ट करते हुए साफ कर दिया कि यह अब ‘टीम इंडिया’ नहीं बल्कि ‘टीम भारत’ है। उन्होंने तर्क दिया, “इस विश्व कप में, जब हम कोहली, रोहित, बुमराह, जड्डू के लिए जयकार करते हैं, तो हमारे दिलों में ‘भारत’ गूंजना चाहिए, और खिलाड़ियों को गर्व से ‘भारत’ नाम वाली जर्सी पहननी चाहिए।”
I have always believed a name should be one which instills pride in us.
We are Bhartiyas ,India is a name given by the British & it has been long overdue to get our original name ‘Bharat’ back officially. I urge the @BCCI @JayShah to ensure that this World Cup our players have… https://t.co/R4Tbi9AQgA— Virender Sehwag (@virendersehwag) September 5, 2023
ऐतिहासिक मिसालें भी दी
सहवाग ने ऐतिहासिक उदाहरणों का हवाला दिया जहां अन्य देशों ने अपनी सांस्कृतिक पहचान को प्रतिबिंबित करने के लिए अपने नाम बदल लिए हैं। उन्होंने नीदरलैंड का उल्लेख किया, जो ‘हॉलैंड’ से ‘नीदरलैंड’ बन गया, और बर्मा का म्यांमार में परिवर्तन हुआ। कई अन्य देश भी अपने मूल नाम पर लौट रहे हैं।
एक प्रतीकात्मक बदलाव
क्रिकेट जर्सियों पर ‘भारत’ सिर्फ नाम परिवर्तन से कहीं अधिक का प्रतिनिधित्व करता है। यह भारत की जड़ों की ओर वापसी और सांस्कृतिक पहचान की पुनः प्राप्ति का प्रतीक है। सहवाग के रुख ने खेलों में सांस्कृतिक पहचान के महत्व पर प्रकाश डालते हुए एक महत्वपूर्ण बहस छेड़ दी है।