
नई दिल्ली। वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) के फाइनल में पहुंचने के लिए टीम इंडिया की राह बहुत मुश्किल है। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मेलबर्न टेस्ट में मिली हार के कारण भारत के सामने अब करो या मरो की स्थिति है। भारत को डब्ल्यूटीसी फाइनल में पहुंचने की रेस में बने रहने के लिए हर हाल में ऑस्ट्रेलिया को सिडनी टेस्ट में हराना होगा। टीम इंडिया के लिए जीत से कम किसी भी कंडीशन में काम नहीं चलेगा। अगर भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच सिडनी टेस्ट ड्रा भी हो जाता है तो भी टीम इंडिया डब्ल्यूटीसी फाइनल की रेस से बाहर हो जाएगी।
सिडनी टेस्ट जीतने के बाद भी भारत को फाइनल में पहुंचने के लिए दूसरी टीमों पर डिपेंड रहना होगा। बॉर्डर-गावस्कर सीरीज के बाद ऑस्ट्रेलिया को श्रीलंका के साथ सीरीज खेलनी है। ऐसे में भारत की निगाह श्रीलंका की जीत पर होगी। श्रीलंका को ऑस्ट्रेलिया पर 2-0 या जीत दर्ज करनी होगी तब ही भारत डब्ल्यूटीसी फाइनल में पहुंच पाएगा। अगर ऑस्ट्रेलिया ने एक मैच भी श्रीलंका को हरा दिया तो भारत की उम्मीदों पर पानी फिर जाएगा और ऑस्ट्रेलिया डब्ल्यूटीसी फाइनल में जगह बना लेगा। वहीं ऑस्ट्रेलिया के पास फाइनल में पहुंचने का सीधा मौका भी है। इसके लिए ऑस्ट्रेलिया को सिडनी टेस्ट जीतना होगा।
ऑस्ट्रेलिया की टीम अगर सिडनी टेस्ट में भारत को हरा देती है तो वो सीधे डब्ल्यूटीसी फाइनल के लिए क्वालीफाई कर जाएगी। इस स्थिति में भारत की उम्मीदें यहीं से खत्म हो जाएंगी। इसके बाद ऑस्ट्रेलिया और श्रीलंका के बीच होने वाली सीरीज का डब्ल्यूटीसी पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा भले ही ऑस्ट्रेलिया मैच हार जाए। फिलहाल साउथ अफ्रीका की टीम डब्ल्यूटीसी फाइनल में पहुंच चुकी है। अब एक स्पॉट के लिए तीन टीमों जिसमें भारत, ऑस्ट्रेलिया और श्रीलंका शामिल है के बीच कड़ी प्रतिस्पर्धा है जिसमें ऑस्ट्रेलिया के पास मौका सबसे अधिक है।