नई दिल्ली। सरकारी टेलीकॉम कंपनी BSNL (भारत संचार निगम लिमिटेड) ने पूरे देश में अपनी 4G सेवा शुरू करने के लिए कमर कस ली है। कंपनी ने देशभर में अपने 15 हजार से ज्यादा मोबाइल साइट्स पर 4G टावर इंस्टॉल कर दिए हैं। जल्द ही BSNL एक साथ पूरे देश में 4G सेवा लॉन्च करने वाली है। इसके साथ ही BSNL ने 5G सेवा की टेस्टिंग भी शुरू कर दी है और यूजर्स को 5G रेडी सिम कार्ड उपलब्ध करा रही है।
आत्मनिर्भर भारत इनिशिएटिव के तहत 4G सर्विस
BSNL ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल पर यह कंफर्म किया है कि 15 हजार से ज्यादा 4G मोबाइल साइट्स का काम पूरा कर लिया गया है। कंपनी ने अपने पोस्ट में कहा है कि आत्मनिर्भर भारत इनिशिएटिव के तहत 15 हजार से ज्यादा 4G साइट्स को तैयार कर लिया गया है, जो पूरे भारत में सीमलेस कनेक्टिविटी मुहैया कराएंगे। BSNL की 4G सेवा की खास बात यह है कि इसमें पूरी तरह से स्वदेशी टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया गया है। इन मोबाइल टावरों में भारत में बने उपकरण लगाए गए हैं।
5G की टेस्टिंग शुरू
BSNL ने 4G सेवा के साथ ही 5G की टेस्टिंग भी शुरू कर दी है। पिछले दिनों केन्द्रीय संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने स्वदेशी तकनीक पर आधारित BSNL के 5G नेटवर्क का इस्तेमाल करके वीडियो कॉल किया था। इस वीडियो के सामने आने के बाद से देश के करोड़ों यूजर्स को BSNL की 5G सेवा का इंतजार है।
सरकारी टेलीकॉम कंपनी ने नए यूजर्स को 5G रेडी सिम कार्ड देना भी शुरू कर दिया है। ऐसे में यह संभावना जताई जा रही है कि आने वाले कुछ महीनों में सरकारी टेलीकॉम कंपनी की 5G सेवा भी शुरू की जा सकती है। फिलहाल BSNL की 5G सेवा को C-DoT कैंपस में टेस्ट किया जा रहा है। आने वाले कुछ सप्ताह में इसे देश के कई शहरों में टेस्ट किया जाएगा।
सरकार का वित्तीय सहयोग
केन्द्र सरकार ने BSNL को फिर से पुनर्जीवित करने के लिए इस साल बजट में 83 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा की रकम अलॉट की है। इस बजट का इस्तेमाल BSNL के नेटवर्क को अपग्रेड करने और सेवा की गुणवत्ता को सुधारने के लिए किया जाएगा। इससे BSNL को निजी टेलीकॉम कंपनियों के साथ मुकाबला करने में मदद मिलेगी।
उपभोक्ताओं को मिलेगा बेहतर अनुभव
BSNL की 4G और 5G सेवाओं के लॉन्च होने के बाद उपभोक्ताओं को तेज और स्थिर इंटरनेट कनेक्टिविटी का अनुभव होगा। इसके साथ ही कंपनी के नए प्लान्स और ऑफर्स से उपभोक्ताओं को लाभ मिलेगा। BSNL की यह पहल डिजिटल इंडिया की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जिससे देशभर में इंटरनेट कनेक्टिविटी में सुधार होगा।