नई दिल्ली। एआई बेस्ड चैटजीपीटी ChatGPT का आप अब भारत में भी इस्तेमाल कर सकते हैं। इसका एप लॉन्च कर दिया गया है, लेकिन हर कोई अपने मोबाइल पर चैटजीपीटी का इस्तेमाल फिलहाल नहीं कर सकेगा। फिलहाल सिर्फ एप्पल फोन यूजर्स के लिए ही चैटजीपीटी का एप भारत में लॉन्च हुआ है। एप्पल फोन में जो यूजर्स आईओएस के 16.1 या उससे ऊपर का ऑपरेटिंग सिस्टम चला रहे हैं, उनमें ही चैटजीपीटी का एप काम करेगा। बताया जा रहा है कि अभी जिन लोगों के पास एंड्रॉयड वाले मोबाइल फोन हैं, उनको जल्दी ही चैटजीपीटी का एप मिल जाएगा। इस वर्जन के लिए एप बनाने का काम चल रहा है।
जिनके पास एंड्रॉयड मोबाइल हैं, उनको निराश होने की जरूरत नहीं है। वे कम्प्यूटर पर चैटजीपीटी का इस्तेमाल कर सकते हैं। एप शायद उनको अगले महीने के आखिर तक मिल ही जाएगा। वहीं, चैटजीपीटी का एप्पल फोन यूजर्स के लिए एप आने से उनको काफी फायदा मिलने जा रहा है। तमाम सवालों के जवाब और अन्य चीजें एप्पल मोबाइल के यूजर्स चैटजीपीटी की मदद से जान सकते हैं। बता दें कि चैटजीपीटी में अब तक करीब-करीब हर सवाल और जानकारी मिलती देखी गई है। हालांकि, कुछ मामलों में सटीक जानकारी देने में ये फेल रहा है। साल 2021 के बाद से जानकारियां चैटजीपीटी पर हैं। इससे पहले की जानकारियां अभी इसमें नहीं हैं।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) पर बेस्ड चैटजीपीटी के लॉन्च होने के बाद माइक्रोसॉफ्ट और गूगल भी इसी तरह का सॉफ्टवेयर बनाने में जुटे हैं। माइक्रोसॉफ्ट ने तो अपने बिंग सॉफ्टवेयर में चैटजीपीटी जैसी सुविधा देने का एलान भी कर दिया है। वहीं, गूगल ने कहा है कि वो भी जल्दी ही चैटजीपीटी जैसा एप लॉन्च करने जा रहा है। हालांकि, तमाम विशेषज्ञ ये भी कह रहे हैं कि चैटजीपीटी जैसी एआई बेस्ड सॉफ्टवेयर से नौकरियों समेत दिन पर दिन के तमाम कामकाज को बड़ा नुकसान भी हो सकता है।