
नई दिल्ली। चैटजीपीटी ChatGPT बनाने वाली कंपनी ओपन एआई OpenAI के सीईओ सैम ऑल्टमैन ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस AI के बारे में छात्रों को सलाह दी है। सैम ऑल्टमैन ने कहा है कि छात्र अपनी शिक्षा में एआई और मशीन लर्निंग पर ध्यान दें। सैम ऑल्टमैन का कहना है कि भविष्य में नौकरी के अवसर पाने के लिए एआई और मशीन लर्निंग के बारे में जानकारी बहुत महत्वपूर्ण होगी। उन्होंने टेक्नोलॉजी में आ रहे बड़े बदलावों का जिक्र किया और कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का असर तेजी से बढ़ रहा है। सैम ऑल्टमैन ने कहा कि छात्रों को शारीरिक और मानसिक सेहत का ध्यान रखते हुए नई टेक्नोलॉजी से तालमेल बिठाना होगा।
ओपन एआई के सीईओ सैम ऑल्टमैन ने ये भी दावा किया है कि इस वक्त कंपनियों में 50 फीसदी कोडिंग का काम एआई से ही किया जा रहा है। ऑल्टमैन के अनुसार एआई के बढ़ते असर से कुछ जगह नौकरियां कम हो सकती हैं, लेकिन नई टेक्नोलॉजी अपनाने वाले क्षेत्रों में रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे। सैम ऑल्टमैन ने कहा कि छात्रों के लिए ये वक्त सुनहरा है। वे एआई और ऑटोमेशन के जरिए अपने कौशल को और मजबूत कर सकते हैं। बीते कुछ समय से एआई का बोलबाला काफी हुआ है। ओपन एआई ने चैटजीपीटी बनाकर इसकी शुरुआत की थी। इसके बाद चीन का एआई टूल डीपसीक और मानुस भी आ गया है। वहीं, एलन मस्क की कंपनी एक्स भी ग्रॉक नाम से एआई टूल लाई है।
भारत भी एआई की तरफ जा रहा है। मोदी सरकार में मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बीते दिनों ही कहा था कि सरकार एआई को बढ़ावा देने और इसका टूल बनाने के लिए प्रोत्साहन दे रही है। अगले साल तक भारत का भी एआई टूल आ जाएगा। ऐसे में सैम ऑल्टमैन की तरफ से दिए गए सुझाव पर छात्र अगर ध्यान दें, तो आने वाले वक्त में उनके लिए नौकरी के तमाम दरवाजे खुल जाएंगे। बता दें कि बीते दिनों सैम ऑल्टमैन भारत आए थे और पीएम नरेंद्र मोदी से मुलाकात भी की थी।