
नई दिल्ली। आजकल एआई यानी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का बोलबाला है। हर तरफ एआई की धूम मची है। एआई ऐसा टूल है, जिससे आप बहुत कुछ कर सकते हैं, लेकिन तमाम तकनीकी जानकार ये आशंका भी जताते हैं कि एआई आगे चलकर दिक्कत का सबब बन सकता है। इन्हीं में टेक कंपनी फिवर (Fiverr) के सीईओ मिका कॉफमैन भी हैं। मिका कॉफमैन ने एक ई-मेल में आशंका जताई है कि आने वाले वक्त में एआई न सिर्फ नौकरियों के तौर-तरीके बदल देगा, बल्कि कई को पूरी तरह खत्म भी कर सकता है। मिका कॉफमैन के मुताबिक एआई से उनका पद भी खत्म हो सकता है। फिवर के सीईओ का ये ई-मेल सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है।
फिवर के सीईओ मिका कॉफमैन ने अपने ई-मेल में बताया है कि एआई की वजह से कम्प्यूटर प्रोग्रामर, डेटा साइंटिस्ट, डिजाइनर, प्रोडक्ट मैनेजर, कस्टमर सपोर्ट, सेल्सपर्सन, फाइनेंस से जुड़े लोगों और यहां तक कि वकीलों तक को काम मिलना बंद हो सकता है। मिका कॉफमैन ने कहा है कि जो काम पहले आसान समझे जाते थे, उनको एआई खुद ब खुद कर देता है। जो काम अब तक कठिन माने जाते रहे, उनको भी एआई ने आसान बना दिया है। मिका कॉफमैन ने कहा है कि अगर प्रोफेशनल्स ने खुद को लगातार तेजी से अपडेट नहीं किया और अपने काम के बारे में और जानकारी न जुटाते रहे, तो वे बेरोजगार भी हो सकते हैं। पढ़िए फिवर के सीईओ मिका कॉफमैन ने अपने ई-मेल में क्या सलाह दी है।
मिका कॉफमैन का कहना है कि भविष्य में कंपनियां कम स्टाफ में ज्यादा काम लेना शुरू करेंगी। उनका कहना है कि कंपनियों को नए लोगों को रखने से पहले देखना चाहिए कि फिलहाल काम कर रही टीम को एआई से लैस कर किस तरह ज्यादा आउटपुट लिया जा सकता है। कॉफमैन का कहना है कि एआई अब विकल्प नहीं, जरूरत बन चुका है। फिवर के सीईओ के मुताबिक उनका उद्देश्य डराना नहीं है। इसे उन्होंने जागने की जरूरत यानी वेक अप कॉल कहा है। उन्होंने अपनी टीम से आग्रह किया है कि वे एआई टूल्स का इस्तेमाल सीखें।