कैलिफोर्निया। टेक कंपनी गूगल ने अपने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस यानी एआई के चैटबॉट जेमिनी के बारे में अहम फैसला लिया है। गूगल के एक प्रवक्ता ने बताया है कि कंपनी ने जेमिनी के जरिए तमाम देशों के चुनावों संबंधित सवालों के जवाब पर रोक लगा दी है। इस साल भारत, अमेरिका और दक्षिण अफ्रीका समेत कई देशों में चुनाव होने हैं। इससे पहले गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई ने भी माना था कि उनकी कंपनी के एआई चैटबॉट जेमिनी की तरफ से दिए गए कई जवाब पक्षपातपूर्ण और अस्वीकार्य हैं। सुंदर पिचाई ने ये भी कहा था कि गूगल अपने जेमिनी में खामियों को ठीक करने के लिए काम कर रही है। पिचाई की तरफ से इस बयान के बाद ही अब गूगल ने जेमिनी में चुनाव संबंधी सवालों के जवाब देने पर रोक लगा दी है।
जेमिनी के जरिए जवाबों को लेकर पहले कई बार सवाल उठ चुके हैं। गूगल के जेमिनी से अमेरिकी राष्ट्रपति पद के चुनाव और जो बाइडेन व डोनाल्ड ट्रंप के बारे में एक सवाल पूछा गया था। इसके जवाब में जेमिनी ने कहा था कि मैं अभी भी सीख रहा हूं कि इस सवाल का जवाब कैसे देना है। तब तक गूगल सर्च ट्राइ कीजिए। वहीं, पीएम नरेंद्र मोदी के बारे में भी गूगल जेमिनी की तरफ से दिए गए विवादित जवाब को लेकर सवाल खड़े हुए थे। इसके बाद ही भारत सरकार ने टेक्नोलॉजी कंपनियों से कहा था कि वे अंडर ट्रायल और अविश्वसनीय एआई टूल्स को जारी करने से पहले सरकार की मंजूरी लें और गलत जवाब देने की संभावना संबंधी लेबल भी उन पर लगाएं।
गूगल ने जेमिनी के जरिए तमाम गलत जवाब और फोटो जारी होने के बाद फरवरी में एक अहम फैसला लेते हुए इसके इमेज जेनरेशन फीचर को बंद कर दिया था। कई ऐतिहासिक चित्रों में गड़बड़ी के बाद गूगल को इमेज जेनरेशन फीचर बंद करना पड़ा था। अब उसने चुनावों से संबंधित सवालों के जवाबों को भी जेमिनी पर रोकने का फैसला किया है। बता दें कि एआई को लेकर इधर काफी चिंता जताई जा रही है कि इससे तमाम देशों में चुनावों पर असर डाला जा सकता है।