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Google Bringing Big Change: टू फैक्टर ऑथिंटिकेशन को बंद करेगा गूगल!, जानिए अब जीमेल के यूजर्स को साइबर अपराधियों से कैसे बचाएगी कंपनी?

Google Bringing Big Change: टू फैक्टर ऑथिंटिकेशन में जीमेल यूजर को गूगल 6 अंक का कोड भेजता है। इस कोड को डालने पर ही संबंधित यूजर का जीमेल अकाउंट खुलता है। गूगल ने जीमेल के टू फैक्टर ऑथिंटिकेशन एसएमएस की सेवा साल 2011 में शुरू की थी। गूगल ने बाद में इसे और भी सुरक्षित किया था।

वॉशिंगटन। फोर्ब्स पत्रिका की खबर के अनुसार टेक कंपनी गूगल अपने जीमेल gmail के लिए टू फैक्टर ऑथिंटिकेशन को जल्दी ही बंद करने वाला है। फोर्ब्स की रिपोर्ट के मुताबिक अब गूगल एसएमएस कोड की जगह क्यूआर कोड लाएगा। क्यूआर कोड के जरिए जीमेल में यूजर का ऑथिंटिकेशन होने से सुरक्षा बढ़ेगी। गूगल अब क्यूआर कोड इसलिए लाने जा रहा है, ताकि साइबर अपराधी किसी भी तरह जीमेल यूजर का लॉगइन नेम और पासवर्ड न चुका सकें। अब तक टू फैक्टर ऑथिंटिकेशन चल रहा है। इसमें एसएमएस के जरिए गूगल के जीमेल यूजर्स अपने मेल के इनबॉक्स और अन्य सर्विस तक पहुंच सकते हैं।

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फोर्ब्स की रिपोर्ट में कहा गया है कि गूगल अगले कुछ महीनों में एसएमएस से आने वाले टू फैक्टर ऑथिंटिकेशन कोड को पूरी तरह बंद कर देगा। टू फैक्टर ऑथिंटिकेशन में जीमेल यूजर को गूगल 6 अंक का कोड भेजता है। इस कोड को डालने पर ही संबंधित यूजर का जीमेल अकाउंट खुलता है। गूगल ने जीमेल के टू फैक्टर ऑथिंटिकेशन एसएमएस की सेवा साल 2011 में शुरू की थी। गूगल ने बाद में इसे और भी सुरक्षित किया था। अब इसकी जगह क्यूआर कोड आएगा। टू फैक्टर ऑथिंटिकेशन की जगह जब यूजर जीमेल का लॉगइन और पासवर्ड डालेगा, तो उसे एक क्यूआर कोड दिखेगा। इसे अपने फोन के कैमरा से स्कैन करना होगा।

फोर्ब्स से गूगल के प्रवक्ता रॉस रिचेनड्रफर ने कहा कि इससे जीमेल के यूजर की पहचान भी हो सकेगी और ये सुरक्षित भी होगा। साथ ही साइबर अपराधी किसी भी तरह यूजर को एसएमएस भेजकर फ्रॉड नहीं कर सकेंगे। रॉस ने कहा कि एसएमएस कोड यूजर के लिए बड़ा जोखिम हैं। ऐसे में गूगल नया और सुरक्षित तरीका लाने जा रहा है। इससे साइबर अपराधियों से बचाव हो सकेगा। इसकी वजह ये है कि गूगल अकाउंट में दर्ज फोन नंबर से ही क्यूआर कोड को स्कैन किया जा सकेगा। साइबर अपराधी के पास यूजर का फोन न होने के कारण वो फ्रॉड नहीं कर सकेंगे।