newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

Government On Spam Calls: सरकार ने स्पैम कॉल्स पर लगाम लगाने के लिए सख्त दिशा-निर्देश किए जारी, ASP को दी चेतावनी

Government On Spam Calls: केन्द्र सरकार ने पिछले महीने फर्जी कॉल्स पर अंकुश लगाने के लिए TRAI द्वारा ड्राफ्ट गाइडलाइंस पर फीडबैक देने के लिए सभी स्टेकहोल्डर्स को 15 दिन का अतिरिक्त समय दिया है। कंज्यूमर अफेयर्स डिपार्टमेंट को भी स्पैम कॉल्स को लेकर कई सुझाव प्राप्त हुए हैं, जिनकी जांच की जा रही है।

नई दिल्ली। सरकार ने स्पैम कॉल्स पर नियंत्रण लगाने के उद्देश्य से एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए एक्सेस सर्विस प्रोवाइडर्स (ASP) को चेतावनी जारी की है। इस मामले में हाल ही में दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (TRAI) ने इंडस्ट्री के स्टेकहोल्डर्स के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की। इस बैठक में स्पैम कॉल्स के प्रभावी नियंत्रण के लिए विभिन्न उपायों पर चर्चा की गई और समस्या के समाधान के लिए ठोस कदम उठाने की आवश्यकता पर बल दिया गया।

हेडर्स और कंटेंट टेम्पलेट का गलत इस्तेमाल

सरकार के अनुसार, वर्तमान में हेडर्स और कंटेंट टेम्पलेट का गलत तरीके से उपयोग किया जा रहा है, जिससे स्पैम कॉल्स की समस्या और गंभीर हो गई है। बिना सही एंटिटी की जानकारी के यह तंत्र काम कर रहा है, जो कि चिंता का विषय है। सरकार ने एक्सेस सर्विस प्रोवाइडर्स को इस दिशा में सतर्क रहने और इस समस्या की गंभीरता को समझने की सलाह दी है। बैठक में यह भी चर्चा की गई कि एक्सेस सर्विस प्रोवाइडर्स और डिलीवरी टेलीमार्केटर्स को ऐसे मैसेज भेजने वालों को ट्रेस करके चिन्हित करने के उपाय खोजने होंगे।

बल्क कम्युनिकेशन के लिए दिशा-निर्देश

TRAI ने बल्क कम्युनिकेशन के संबंध में नई दिशा-निर्देश जारी किए हैं। विशेष रूप से प्रमोशनल रोबोटिक कॉल्स, ऑटो-डायलर कॉल्स, और प्री-रिकॉर्डेड कॉल्स जैसी सेवाओं के लिए एंटरप्राइज बिजनेस कस्टमर्स को डिस्ट्रीब्यूटेड लेजर टेक्नोलॉजी (DLT) का उपयोग करने की आवश्यकता है। यह तकनीक कॉल्स और मैसेजेस को ट्रैक करने में मदद करेगी और स्पैम कॉल्स की समस्या को नियंत्रित करने में सहायक होगी।

तकनीकी समाधान की खोज

TRAI ने सभी स्टेकहोल्डर्स, विशेषकर सर्विस एक्सेस प्रोवाइडर्स और डिलीवरी टेलीमार्केटर्स को बल्क कॉलिंग को ट्रेस करने के लिए तकनीकी समाधान खोजने के निर्देश दिए हैं। PRI/SIP के माध्यम से किए जाने वाले 10 डिजिट वाले नंबर का इस्तेमाल करने वाले बल्क कॉल्स की निगरानी के लिए प्रभावी तकनीकी उपायों की आवश्यकता है। केन्द्र सरकार ने पिछले महीने फर्जी कॉल्स पर अंकुश लगाने के लिए TRAI द्वारा ड्राफ्ट गाइडलाइंस पर फीडबैक देने के लिए सभी स्टेकहोल्डर्स को 15 दिन का अतिरिक्त समय दिया है। कंज्यूमर अफेयर्स डिपार्टमेंट को भी स्पैम कॉल्स को लेकर कई सुझाव प्राप्त हुए हैं, जिनकी जांच की जा रही है।

बैठक में यह निर्णय लिया गया है कि इंडस्ट्री को स्पैम कॉल्स और मैसेजेस पर नियंत्रण लगाने के लिए दूरसंचार विभाग (DoT), TRAI और डिपार्टमेंट ऑफ कंज्यूमर अफेयर्स (DoCA) के साथ लगातार सहयोग करते रहना चाहिए। इससे स्पैम कॉल्स की समस्या को प्रभावी ढंग से नियंत्रित किया जा सकेगा। हाल ही में, दूरसंचार विभाग ने बैंकिंग और इंश्योरेंस सेक्टर के टेलीमार्केटर्स के लिए नई 160 नंबर सीरीज की शुरुआत की है। अब इन क्षेत्रों से जुड़े टेलीमार्केटर्स को अपने टेलीमार्केटिंग कॉल्स के लिए इस नई नंबर सीरीज का उपयोग करना होगा, जिससे फाइनेंशियल फ्रॉड पर अंकुश लगाया जा सके।