
नई दिल्ली। वाट्सएप के इंडिया हेड अभिजीत बोस ने मंगलवार को इस्तीफा दे दिया है। जल्द ही उनके जगह पर किसी और की नियुक्ति की जाएगी। हालांकि, किसकी नियुक्ति होगी? अभी तक यह जानकारी प्रकाश में नहीं आई है। वहीं, अभिजीत बोस के इस्तीफे पर वाट्सएप के हेडवील कैथकार्ट ने कहा कि, ‘मैं भारत में हमारे हेड राजीव बोस के योगदान की सराहना करता हूं। हम उनके आभारी रहेंगे। उनके नेतृत्व में टीम ने बेहतर प्रदर्शन किया जिससे लाखों यूजर्स को फायदा पहुंचा है’। उन्होंने आगे कहा कि, ‘हम भारत में डिजिटल परिवर्तन को आगे बढ़ाने की दिशा में उत्साहित हैं। अतिशीघ्र ही उनकी जगह पर किसी और की नियुक्ति कर ली जाएगी।’
वहीं, बोस के अलावा मेटा इंडिया के नीति निदेशक राजीव अग्रवाल ने भी इस्तीफा दे दिया है। अचानक से दोनों ही इस्तीफों के बाद चर्चाओं का बाजार गुलजार हो चुका है। दोनों इस्तीफों को लेकर तरह-तरह की बातें कही जा रही हैं। ध्यान रहे कि मेटा में छंटनी का सिलसिला शुरू हो चुका है। अब तक मेटा दुनियाभर में स्थित अपनी कंपनियों से 11 हजार कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखा चुकी है। ऐसे में लोगों का इस बात का डर सता रहा है कि कहीं अगला नंबर उनका ना आ जाए। इसके पहले भारत में मेटा प्रमुख अजीत मोहन ने भी अपने पद से इस्तीफा दे दिया था।
इसके साथ ही राजीव अग्रवाल के इस्तीफे पर कंपनी ने बयान जारी कर कहा कि, ‘उन्होंने नए अवसर की तलाश में अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। अब ऐसे में वह अगला कदम क्या उठाते हैं। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी। विगत वर्ष उन्होंने भारत में डिजिटल समावेश को बढ़ाने की दिशा में कई कार्यक्रम आयोजित किए थे, जिसमें कई लोग शामिल हुए थे।