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Apple: भारतीय मूल के शख्स ने आईफोन कंपनी एप्पल को लगाई 17 मिलियन डॉलर की चपत, 7 साल से कर रहा था धोखाधड़ी

Apple: बताया जा रहा है कि धीरेंद्र ने एप्पल कंपनी को 2011 में ज्वाइन किया था और 2018 में कंपनी को छोड़ दिया था। इस दौरान वो लगातार कंपनी को चूना लगाता रहा।

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नई दिल्ली। भारतीय मूल के एक शख्स ने आईफोन निर्माता कंपनी के साथ बड़ी धोखाधड़ी को कबूला है। आरोपी एप्पल कंपनी में ही काम करता था जिसने 7 सालों तक कंपनी को चुना लगाया। अब आरोपी ने खुद सारे आरोपों को कबूला है और खुलासा करते हुए बताया है कि उनसे बीते सात सालों में कंपनी को 17 मिलियन डॉलर यानी लगभग 140 करोड़ रुपये की चपत लगाई है। मामले में आरोपी धीरेंद्र प्रसाद को दोषी करार दिया है। इस फ्रॉड में धीरेंद्र के साथ दो लोग और शामिल थे जो पहले ही अपने ऊपर लगे सारे आरोपों को कबूल कर चुके हैं।

7 साल से कंपनी को लगा रहा था चपत

बताया जा रहा है कि धीरेंद्र ने एप्पल कंपनी को 2011 में ज्वाइन किया था और 2018 में कंपनी को छोड़ दिया था। इस दौरान वो लगातार कंपनी को चूना लगाता रहा। धीरेंद्र ग्लोबल सर्विस सप्लाई डिपार्टमेंट में बायर के रूप में काम करते थे। बताया जा रहा है कि धीरेंद्र के साथ इस काम में डॉन एम बेकर और रॉबर्ट गैरी हैनसेन भी शामिल थे जो एप्पल कंपनी के साथ ही व्यापार करते थे। ये तीनों मिलकर कंपनी को उन सेवाओं की बिलिंग देते थे  जो थी ही नहीं। इसके अलावा तीनों रिश्वत भी लेते थे।

कैसे करता था साजिश

आरोपी धीरेंद्र ने बताया कि वो कंपनी के पार्ट्स की चोरी किया करता था और सह-साजिशकर्ता  डॉन एम बेकर को भेजता था। धीरेंद्र मदरबोर्ड  को डॉन के पास भेजता था जो मदरबोर्ड को कंपोनेंट से हार्वेस्ट कर वापस एप्पल कंपनी को भेज देता था। जो भी मुनाफा आता, दोनों आरोपी आपस में बांट लेते थे। धीरेंद्र ने इसके लिए एक फेक इनवाइस भी तैयार किया था जो वो डॉन के जरिए कंपनी को भेजता था और कंपनी को पार्ट्स का बिलिंग का भुगतान करना पड़ता था। ये धोखाधड़ी कंपनी के साथ लंबे समय तक चलती रही। फिलहाल धीरेंद्र को मार्च में ही धोखाधड़ी के मामले में 20 साल की सजा सुना दी गई थी। साथ ही संयुक्त राज्य अमेरिका को धोखा देने के लिए उन्हें दोषी पाया गया है। इस मामले में उन्हें 5 साल की सजा सुनाई गई हैं।

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