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Neel Mohan : जानिए क्या है Youtube के नए CEO नील मोहन का लखनऊ कनेक्शन? किस कॉलोनी में था घर कहां से की पढ़ाई

Neel Mohan : उसका घर रिवर बैंक कॉलोनी में था। उसकी ऊंची सोच, उसके सपनों का अंदाजा उसके कमरे की दीवार पर लिखे कैल टेक…(कैलिफोर्निया टेक यूनिवर्सिटी) शब्द से लगाया जा सकता है। हमेशा उन्होंने बड़े सपने ही देखे और अब उन्हें पूरा भी कर रहे हैं।

नई दिल्ली। गूगल की पैरंट कंपनी अल्फाबेट के सीईओ सुंदर पिचाई और माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ सत्य नडेला के बाद यूट्यूब के नए सीईओ के तौर पर एक और भारतवंशी को चुना गया है। इनका नाम है नील मोहन, वे मूल रूप से लखनऊ के निवासी हैं और एक लंबे वक्त से वह कैलिफ़ोर्निया में रह रहे थे अब इनको यूट्यूब के नए सीईओ के तौर पर चुना गया है। जैसे ही उनके बचपन के स्कूल वाले लोगों को यह पता चला कि वह अब दुनिया की सबसे बड़ी वीडियो स्ट्रीमिंग कंपनी के नए बॉस बन चुके हैं वैसे ही ट्विटर पर लखनऊ के यूजर्स के ट्वीट की बाढ़ आ गई और लोग कहने लगे.. अ क्लासमेट फ्रॉम स्कूल इन लखनऊ इज नाऊ द सीईओ ऑफ यूट्यूब…।, गेट अ ब्लू टिक देयर देन…’ शुक्रवार की सुबह 10 बजे के आसपास कुछ ऐसे ट्वीट, री-ट्वीट, लखनऊ के लोगों के ट्विटर हैंडल पर आने लगे।

इसका कारण यह है एक खबर लगातार चर्चाओं में थी कि भारतीय मूल के अमेरिकी नील मोहन अब यू-ट्यूब के सीईओ होंगे। नील भले ही देश-दुनिया के लिए इंडो अमेरिकन हैं, पर लखनऊ के लोगों के लिए यह खबर इसलिए खास है कि एक लखनवी ने यू-ट्यूब की कमान संभाली है। आपको बता दें कि दुनिया उन्हें गूगल के 100 मिलियन डॉलर मैन के नाम से भी जानती है। सुसैन वोजिस्की के इस्तीफे के बाद नील को यह कमान सौंपी गई है। नील मोहन ने लखनऊ के सेंट फ्रांसिस स्कूल से कक्षा नौ से 12 तक की पढ़ाई पूरी की थी। इसके बाद इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में डिग्री लेने के लिए स्टैंडफोर्ड यूनिवर्सिटी चले और वहीं बस गए। कक्षा नौ में उनकी क्लास टीचर रहीं प्रो. निशी पांडेय ने क्लास ग्रुप फोटो साझा करते हुए बताया कि बैठे बच्चों के ठीक पीछे वाली पहली पंक्ति में एकदम बाएं…नील मोहन है। वह क्लास का होनहार छात्र के तौर पर देखे जाते थे।

इस बारे में बात करते हुए एचआर कंसल्टेंट गौतम घोष कहते हैं कि 1993-94 में वो आया था, तब उसने पहली बार हम सबका परिचय इंटरनेट से करवाया। बताया कि इंटरनेट की मदद से क्या कुछ जानकारियां हासिल की जा सकती हैं।

जो उससे सुना था, उसे पहली बार हम लोगों ने 1998-1999 में इस्तेमाल किया था। उसका घर रिवर बैंक कॉलोनी में था। उसकी ऊंची सोच, उसके सपनों का अंदाजा उसके कमरे की दीवार पर लिखे कैल टेक…(कैलिफोर्निया टेक यूनिवर्सिटी) शब्द से लगाया जा सकता है। हमेशा उन्होंने बड़े सपने ही देखे और अब उन्हें पूरा भी कर रहे हैं।