
नई दिल्ली। एलन मस्क की कंपनी स्पेसएक्स के अतंर्गत आने वाली स्टारलिंक को भारत में सेटेलाइट इंटरनेट सर्विस शुरू करने के लिए जीएमपीसीएस लाइसेंस मिल गया है। अब कंपनी को सिर्फ इन-स्पेस से अंतिम अप्रूवल की जरूरत है। इसके बाद स्टारलिंक का सेटेलाइट इंटरनेट भारत में भी मिलने लगेगा। एलन मस्क पिछले कई सालों से भारत में अपनी कंपनी स्टारलिंक को लाना चाह रहे थे मगर किसी ना किसी कारण उनकी बात नहीं बन पा रही थी। इसी साल मार्च में पहले सुनील भारती मित्तल की कंपनी भारती एयरटेल के साथ स्टारलिंक की डील हुई थी। फिर मुकेश अंबानी की जियो के साथ भी स्टारलिंक का समझौता हुआ था।
भारत में सेटेलाइट इंटरनेट के लिए लाइसेंस प्राप्त करने वाली स्पेसएक्स तीसरी कंपनी है। इससे पहले वन वेब और रिलायंस जियो को सेटेलाइट इंटरनेट सर्विस शुरू करने का लाइसेंस मिल चुका है। एयरटेल और स्टारलिंक के बीच जो डील हुई थी उसके मुताबिक भारती एयरटेल अपने स्टोर्स में स्टारलिंक के उपकरण बेचेगी। वहीं डील के तहत जियो के सभी आउटलेट पर भी स्टारलिंक के उपकरण मिलेंगे। जियो ने इससे पहले अपने बयान में बताया था कि वो स्टारलिंक के उपकरण बेचने के साथ ही कस्टमर सेवा भी देगी।
आपको बता दें कि भारत में अभी भी दूरदराज के बहुत से क्षेत्र हैं जहां इंटरनेट की सुविधा नहीं है। ऐसे में स्टारलिंक के जरिए सेटेलाइट इंटरनेट की कनेक्टिविटी आसानी से दुर्गम क्षेत्रों पहुंचाई जा सकती है। हालांकि स्टारलिंक की सर्विस यूज करने के लिए कस्टमर्स को कितना मिनिमन रेंटल देना होगा इस बारे में फिलहाल कोई जानकारी नहीं दी गई है। मीडिया रिपोर्ट्स में बताया जा रहा है कि भारत में स्टारलिंक अपने प्रमोशन ऑफर के तहत 840 रुपए की कीमत के आसपास अनलिमिटेड डेटा वाले प्लान्स लॉन्च कर सकती है। भारत में सेटेलाइट इंटरनेट सेवा देने के लिए अमेजन की कुइपर कंपनी भी हाथ पैर मार रही है। कंपनी ने लाइसेंस के लिए भारत सरकार के पास आवेदन भी दाखिल किया है।